जयपुर। सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान अभियान के दूसरा चरण में शनिवार को नो बैग डे के तहत प्रदेश के 65 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में बच्चों को गुड टच बैड टच का पाठ सिखाया गया।
स्कूलों में प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों ने बच्चों को नो-गो-टेल की थ्योरी बताई। जयपुर में स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव नवीन जैन ने प्रताप नगर स्थित एक निजी स्कूल के विद्यार्थियों को बैड टच की पहचान के तरीके समझाए। सचिव जैन ने बताया कि किस प्रकार सजग और सावधान रहते हुए बुरी नजर और गलत नीयत वाले लोगों के इरादों को छकाया जा सकता है। उन्होंने प्रेजेंटेशन के दौरान बच्चों से सीधा और सतत संवाद करते हुए बताया कि टच किस इमोशन के साथ किया जा रहा है, इसकी पहचान ‘सिक्स्थ सेंस‘ का इस्तेमाल करते हुए की जा सकती है। उन्होंने बताया कि बैड टच की स्थिति में चिल्लाते हुए ‘नो‘ बोलकर उस स्थान या व्यक्ति से सावधानी के साथ दूर भागने (गो) और इसके बारे में बिना किसी डर या घबराहट के किसी बड़े को इसके बारे में बताने (टैल) की ‘नो-गो-टैल की थ्योरी की बारीकियां सिखाई।
उन्होंने बताया कि अभियान के तहत चरणबद्ध रूप से सरकारी स्कूलों में तीन प्रशिक्षणों की रूपरेखा तैयार की गई है। इन स्कूलों में तीसरा चरण अगले साल जनवरी माह में आयोजित होगा।