डाबी. स्टेट हाइवे 115 का नवनिर्माण कार्य धीमी गति से होने के कारण क्षेत्रवासियों के लिए परेशान का सबब बनी हुई है। दिनभर वाहनों के आवागमन के बीच सड़क निर्माण कार्य धीमीगति से होने के कारण हजारों वाहन चालक परेशानी झेल रहे है। लोगों की आवाजाही में उड़ती धूल बाधक बन रही है। उड़ती धूल राहगीरों की आंखों में पड़ रही है, जिसके कारण कई बार राहगीर गिर कर चोटिल हो जाते हैं।
बारिश देने लगी दस्तक
15 जून के बाद मानसून सक्रिय हो जाने से कभी भी बारिश की सभावना बन जाती है। वर्ष 2024 में जून से सितंबर तक वर्षा सामान्य से अधिक औसत होने की संभावना जताई जा रही है। बारिश के चलते सड़क निर्माण कार्य बाधित हो जाएगा। क्षेत्रवासियों की जल्द सड़क निर्माण की आस अधूरी रहती दिख रही है।
अधुरी सड़क दे रही दर्द
बरुन्धन तिराहे से लक्ष्मीपुरा तक अधूरी पड़ी सड़क क्षेत्रवासियों को दर्द दे रही है। बरुन्धन तिराहे से लक्ष्मीपुरा के बीच कुछ जगहों पर सड़क बनाकर छोड़ दी। तो कई जगहों पर सड़क खोदकर व गिट्टी डालकर छोड़ दी। गिट्टी पर कारण मोटरसाइकिल सवार फिसल कर घायल हो रहे हैं। वहां से निकलने वाले चौपहिया वाहनों से उछलकर गिट्टी आसपास रहने वालों को चोटिल कर रही है।
अब तक नहीं मिली वन विभाग की अनुमति
स्टेट हाईवे 115 के निर्माण में अभी भी वन विभाग की अनुमति नहीं मिली है। वन विभाग की अनुमति नहीं मिलने से लगभग 20 किलोमीटर तक सड़क निर्माण होने में देरी होगी।
धूल मिट्टी से मोटरसाइकिल सवार परेशान
डाबी से राणाजी का गुढ़ा तक सड़क पर भारी वाहनों के गुजरने से पीछे चल रहे राहगीरों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। वाहनों के पीछे चलने वाले मोटरसाइकिल चालकों को धूल के गुबार में कुछ भी दिखाई नहीं देता, जिससे आए दिन मोटरसाइकिल सवार गिरकर चोटिल हो रहे हैं। साथ ही लोगों की आंखों में धूल के कण चले जाने से दिखाई देने में समस्या हो रही है।
जल्द सड़क निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर सिंगल लाइन तैयार कर आवागमन शुरू कर दिया गया है। डाबी से गणेशपुरा तक धूल मिट्टी की समस्या के लिए नियमित पानी का छिड़काव के लिए निर्देश दे रखे है। वन विभाग की अनुमति के लिए भी प्रयास किए जा रहे है।
मुकेश गोचर, सहायक अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग