श्रीगंगानगर में सरकारी मेडिकल कॉलेज का सपना हुआ पूरा
-राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षा हुई प्रारंभ
श्रीगंगानगर. जनता की पचास साल से भी पुरानी मांग बुधवार को राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षा शुरू होने के साथ ही पूरी हो गई। वर्ष 1970 के किसान आंदोलन के दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडि़या को किसान संघर्ष समिति की ओर से दिए गए ज्ञापन में एक मांग श्रीगंगानगर में सरकारी मेडिकल कॉलेज की भी थी। अवसर एक चिरप्रतिक्षित सपने के पूरा होने का था सो विधायक राजकुमार गौड़ इसका उल्लेख करने से नहीं चूके। उन्होंने कहा
मैं उस पल का साक्षी बन रहा हूूं, जिसका जनता को लम्बे समय से इंतजार था। एमबीबीएस प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू होना मेरे लिये बेहद खुशी का पल है। इलाके के लिए बड़ी उपलिब्घ होने के बावजूद रखे गए सादे कार्यक्रम में विधायक ने प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का अभिवादन किया और बधाई दी।
विधायक गौड़ ने कहा कि 9 मई 2021 को मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया था। लगभग 1 वर्ष 7 माह में यह विशाल भवन बनकर तैयार हुआ है। उन्होंने भारत सरकार,मुख्यमंत्री, चिकित्सा मंत्री और सांसद का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की व्यस्तता के कारण लोकार्पण नहीं हो सका। केन्द्र सरकार के समयानुसार मेडिकल कॉलेज का प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री की ओर से लोकार्पण किया जाएगा।
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पहले दिन 58 विद्यार्थी आए
राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में एमबीबीएस प्रथम वर्ष में 100 सीटें हैं। इनमें 94 सीटें आवंटित हो चुकी है। पांच केंद्र और राज्य मैनेजमेंट कोटा से एससी वर्ग की एक सीट शेष है। पहले दिन महाविद्यालय में 58 विद्यार्थी आए। इनमें से छात्रावास में रह रहे 53 छात्रों में 24 लड़कियां और 29 लडक़े शामिल हैं।
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चिकित्सक बन कर सद्व्यवहार करें
जिला कलक्टर सौरभ स्वामी ने कहा कि प्रतिभाएं छोटे-छोटे गांवों से निकलकर एक उदाहरण बनती हैं। बड़ी लगन व मेहनत से मंजिल हासिल की जाती है लेकिन एक परीक्षा उतीर्ण कर लेने के बाद भी अनेक प्रकार की चुनौतियां प्रतिदिन मिलती हैं। उन्होंने कहा कि नागरिक कितना भी बड़ा क्यों न बन जाए,उसे जमीन से जुड़े हुए रहना चाहिए। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा उत्तीर्ण करने के बाद भी प्रतिदिन लोगों से मिलना, उनके काम करना,उनसे जुडऩा,उनकी सहायता करना इत्यादि महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ मुश्किल भी है।जिला कलक्टर ने कहा कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राएं बड़ी मेहनत के बाद यहां तक पहुंचे हैं। चिकित्सक बनने के लिए और बनने के बाद भी आने वाले नागरिकों के साथ अच्छा व्यवहार करें।
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कैंसर सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पीटल के लिए भी कोशिश
विधायक गौड़ ने कहा कि एमबीबीएस प्रथम वर्ष में गंगानगर-हनुमानगढ़ सहित राज्य के विभिन्न जिलों से भी छात्रा-छात्राएं डॉक्टर बनने के लिए आए हैं। वे एक अच्छे डॉक्टर बनें। राजकीय जिला चिकित्सालय में 240 बेड का नया चिकित्सा भवन बनेगा। नर्सिंग कॉलेज भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है। श्रीगंगानगर में कैंसर सुपर स्पेशिलिटी की सुविधाएं मिलें,इसके लिये भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए अलग से 10 बीघा भूमि जुटानी होगी,जिसके प्रयास किए जा रहे हैं। ये तमाम सुविधाएं विकसित होने के बाद इस क्षेत्र के नागरिकों को उपचार के लिए बीकानेर व जयपुर नहीं जाना पड़ेगा। पड़ोसी राज्यों को भी इन सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
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मुख्यमंत्री,केंद्र व सांसद का भी आभार वक्त किया
विधायक गौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री जी व चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री भारत जोड़ो यात्रा के दौरान व्यस्त हैं, लेकिन उन्होंने शुभकामनाएं प्रेषित की हैं। इस क्षेत्र के सांसद निहालचंद भी संसद सत्र होने के कारण दिल्ली में हैं, जो आज नहीं आ सके। उन्होंने कहा कि राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय 325 करोड़ में तैयार होना है, जिसमें 60 प्रतिशत राशि भारत सरकार व 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार वहन करेंगी। गौड़ ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो,इसको लेकर मुख्यमंत्री ने 2019 में बजट घोषणा की थी लेकिन मेडिकल कांउसिल ने और 10 बीघा भूमि की आवश्यकता जताई । इसके लिए सरकार से बात की और नगर विकास न्यास से 10 बीघा भूमि मेडिकल कॉलेज के लिए उपलब्ध करवाई तथा राशि का प्रावधान करवाकर भूमि का भुगतान भी करवाया गया।
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इनकी रही कार्यक्रम में भागीदारी
इस अवसर पर राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एच.एस कुमार ने नव आगुन्तुक विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम में पीएमओ डॉ. बलदेव सिंह चौहान, आरएसआरडीसी के पीडी भीमसेन स्वामी, मेडिकल कॉलेज के नोडल ऑफिसर डॉ.अभिषेक क्वात्रा,सहायक नोडल ऑफिसर डॉ. कीर्ति शेखावत,डॉ. प्रेम अरोड़ा,डॉ. सुखपाल सिंह बराड़,डॉ. राजेंद्र गर्ग,डॉ. देवेंद्र ग्रोवर व प्रेम बजाज सहित स्टाफ शामिल हुआ। मंच संचालन डॉ. पवन सैनी ने किया।
अतिथियों ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं का प्रथम दिन महाविद्यालय में आने पर तिलक लगाकर व पुष्प देकर स्वागत किया।
इनका कहना है
चिकित्सक बनने के साथ ही कंधों पर बहुत सारी जिम्मेदारियां बढ़ जाती है। एमबीबीएस में मरीजों से बात करके और लक्षणों के आधार पर छात्र इलाज करना सीखते हैं। इसलिए संयमित भाषा का इस्तेमाल करें और मानव सेवा का दृष्टिकोण हमेशा बनाए रखा जाए।
डॉ.एच.एस.कुमार,प्राचार्य,राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय,श्रीगंगानगर
श्रीगंगानगर जिले के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। मेडिकल कॉलेज का सपना साकार हुआ है। उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है कि यह बच्चे भविष्य में श्रीगंगानगर का नाम रोशन करेंगे। कॉलेज में प्रवेश लेने वाले बच्चों को बधाई ।
डॉ.बलदेव सिंह चौहान,अतिरिक्त मेडिकल अधीक्षक,राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय,श्रीगंगानगर
करीब 10 वर्ष पहले श्रीगंगानगर मेडिकल कॉलेज के लिए जो प्रयास शुरू हुए थे वह आज एमबीबीएस की प्रथम वर्ष की कक्षाएं शुरू होने के साथ पूरे हो गए। इस सफर में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिनका भी योगदान रहा उनका आभार ओर कॉलेज में प्रवेश लेने वाले समस्त छात्राें के उज्ज्वल भविष्य की कामना।
डॉ.अभिषेक क्वात्रा,नोडल ऑफिसर,राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय श्रीगंगानगर