सूरत. शहर में जर्जर मकानों का हिस्सा धराशायी होने के सिलसिले के बीच रविवार दोपहर को बड़ा हादसा हो गया। महिधरपुरा के गलेमंडी में दो मंजिला पुराने मकान का स्लैब गिरने से मलबे के नीचे दबने से एक वृद्ध की मौत हो गई। जबकि वृद्ध की पत्नी बेटी के घर गई होने से वह बच गई। हादसे को लेकर क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। दमकलकर्मियों ने मलबा हटाकर वृद्ध को बाहर निकाला। अस्पताल में चिकित्सकों ने वृद्ध को मृत घोषित कर दिया।
दमकल विभाग के मुताबिक, गलेमंडी के मकान नंबर 7य448 में 65 वर्षीय राजेश मदन आरीवाला पत्नी के साथ रहते थे। उनका पुस्तैनी मकान जर्जर हो चुका था। रविवार दोपहर करीब पौने दो बजे राजेश भाई घर में टीवी देख रहे थे और पत्नी रविवार होने के कारण बेटी से मिलने उसके घर गई थीं। इधर, जर्जर मकान की दूसरी मंजिल का स्लैब पहली मंजिल पर गिरने के बाद पहली मंजिल का स्लैब भी धराशायी हो गया। स्लैब के साथ घर का सामान भी नीचे गिरा और भूतल पर टीवी देख रहे राजेश आरीवाला मलबे में दब गए। स्लैब गिरने की आवाज से लोग दौड़कर आए। कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। दमकलकर्मियों ने मलबा हटाकर वृद्ध राजेश भाई को निकाला और अस्पताल भेजा, लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
महापौर और नेता विपक्ष भी मौके पर पहुंचे
हादसे की जानकारी मिलते ही महापौर दक्षेश मावाणी और नेता विपक्ष पायल साकरिया, उपनेता महेश अणघण भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घटना पर दु:ख जताने के साथ ही अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए।
बिना मंजूरी मकान रिनोवेट करने दिए जाएं
हादसे के बाद मौके पर पहुंची आप पार्षद और मनपा में नेता विपक्ष पायल साकरिया ने कहा कि पुराने शहर में अधिकतर मकान दशकों पुराने हैं और जर्जर हो चुके हैं, लेकिन मनपा की नीतियों के कारण इनका रिनोवेशन नहीं हो पा रहा। उन्होंने मांग की कि पुराने शहर में जर्जर मकानों को मनपा की मंजूरी बिना ही रिनोवेशन करने की मंजूरी दी जाए।