उज्जैन. शनिवार को बाबा महाकाल 11वें रूद्र के रूप में नजर आए। प्रतिदिन संध्याकालीन भांग श्रंगार किया जाता है, जिसमें अलग-अलग शृंगार कर बाबा को मनोहारी स्वरूप में सजाया जाता है। इसी क्रम में शनिवार को 11वें रूद्र अर्थात हनुमानजी के रूप में भगवान महाकाल का अद्भुत शृंगार किया गया। बता दें, कि दिनभर में बाबा महाकाल की पांच आरती होती है, जिसमें विविध शृंगार किए जाते हैं, लेकिन भांग शृंगार केवल दो ही बार होता है। एक सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में, तो दूसरा संध्याकालीन आरती में। इन दोनों ही शृंगार में 5 किलो भांग, 2 किलो ड्रायफ्रूट़्स, 3 किलो मौसमी फल, सहित नवीन वस्त्र आभूषण पहनाए जाते हैं।