उज्जैन.
मिलावटखोरी के खिलाफ को खाद्य सुरक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की। आशंका है कि लाल मिर्च पाउडर का रंग तेज करने के लिए निर्माता इसमें अखाद्य रंग (कपड़े रंगने का कलर) मिलाता था। यही नहीं फेक्टरी भी बिना अनुमति के चल रही थी। विभाग ने मौके पर १७ लाख रुपए से अधिक की खाद्य सामग्री सीज कर दी है।
खाद्य सुरक्षा प्रशासन की टीम ने रविवार को पिंगलेश्वर रोड़ स्थित मिर्च कारखाना पर कार्यवाही की। मौके पर मिर्च कारखाना का संचालन फ्रीगंज निवासी मोहित आहुजा मौजूद थे। परिसर में लगभग 25 क्विंटल से अधिक मिर्च पावडर व खड़ी मिर्च पाई गई। टीम को यहां सागर इण्डस्ट्रीज के अखाद्य रंग के रेपर मिले जिन्हें जप्ती में लिया गया। आशंका है कि मिर्च को कलर करने के लिए इनका उपयोग किया गया था। मौके पर ही मैजिक बॉक्स की सहायता से प्राथमिक जांच की गई। अखाद्य रंग की आशंका होने पर मिर्च पावडर के 7 नमूनें व खड़ी मिर्च के २ नमूने लिए गए हैं जिन्हें जांच के लिए राज्य खाद्य प्रयोगशाला भेजा जाएगा। कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंतदत्त शर्मा व पुष्पक कुमार द्विवेदी शामिल थे।
खाद्य लाइसेंस भी नहीं मिला
निरीक्षण में कारखाना संचालन संबंधित वेध लाइसेंस भी नहीं मिला है। दल ने सभी खाद्य सामग्री जिनकी अनुमानित कीमत 17 लाख 47 हजार 300 रुपए है, को सीज कर दिया है। लायसेंस न होने पर परिसर को सील बंद कराया गया।