उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि कांवड़ियों को ‘आतंकवादी’ और ‘उपद्रवी’ कहना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और यह सनातन आस्था का खुला अपमान है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा कि कुछ असामाजिक तत्व और कुछ खास समुदाय के लोग जानबूझकर कांवड़ यात्रियों को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। कांवड़ यात्रा किसी भी प्रकार के उपद्रव या असामाजिक गतिविधि का मंच नहीं, बल्कि यह भगवान शिव के प्रति आस्था और भक्ति की अभिव्यक्ति है। कुछ लोग उन्हें ‘आतंकवादी’ या ‘उपद्रवी’ कहकर हमारी सांस्कृतिक विरासत और सनातन धर्म की परंपराओं का अपमान कर रहे हैं। ये मानसिकता शर्मनाक है। योगी आगे बोले कि मुहर्रम का हर जुलूस उत्पात, आगजनी और तोड़फोड़ का कारण बनता था। बहन-बेटियां सड़कों पर नहीं निकल पाती थीं। उस समय कोई नहीं बोलता था, लेकिन दूसरी तरफ आपने इस बात को देखा होगा कि इस वक्त कांवड़ यात्रा चल रही है। इस यात्रा में श्रमिक वर्ग से उच्च वर्ग तक के लोग जुड़े हैं, जो एकता का अद्भुत संगम है, कोई भेदभाव नहीं है।