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विदिशा में स्वच्छता, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं पर रहेगा सबसे ज्यादा फोकस

कलेक्टर डॉ पंकज जैन की प्राथमिकताएं, किस बात पर रहेगा उनका फोकस और किन चीजों मेें वे सुधार करना चाहते हैं। इन विषयों पर पत्रिका ने उनसे बात की। प्रस्तुत हैं कलेक्टर डॉ जैन की प्राथमिकताओं में शुमार कुछ विषयों पर उनके विचार

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विदिशा में स्वच्छता, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं पर रहेगा सबसे ज्यादा फोकस

विदिशा में स्वच्छता, यातायात और स्वास्थ्य सेवाओं पर रहेगा सबसे ज्यादा फोकस

विदिशा. नए वर्ष का आगाज हो गया है, जिले में चौतरफा कई समस्याएं हैं तो अपार संभावनाएं भी। हर अधिकारी, हर जनप्रतिनिधि की अपनी प्राथमिकताएं होती हैं, हरेक का अपना नजरिया और काम करने का तरीका भी अलग होता है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन इन दिनों पूरे जिले के प्रशासनिक मुखिया हैं। वे इन दिनों विदिशा नगरपालिका के प्रशासक भी हैं। पिछले कई दिनों से वे सुबह से वार्ड-मोहल्लों और गलियों में घूमकर नगर को स्वच्छ बनाने की कवायद में जुटे हैं। नए साल में क्या हैं कलेक्टर डॉ पंकज जैन की प्राथमिकताएं, किस बात पर रहेगा उनका फोकस और किन चीजों मेें वे सुधार करना चाहते हैं। इन विषयों पर पत्रिका ने उनसे बात की। प्रस्तुत हैं कलेक्टर डॉ जैन की प्राथमिकताओं में शुमार कुछ विषयों पर उनके विचार-


कलेक्टर डॉ पंकज जैन कहते हैं कि मेरी प्राथमिकता में शासन की हर योजनाआ ेंका सफल क्रियान्वयन कराना ही है। लेकिन जहां तक विदिशा की बात है तो स्वच्छता और ट्रेफिक को एक साथ लेकर सुधार करना बहुत जरूरी है। अनाज मंडी को पूरी तरह मिर्जापुर में शिफ्ट करना है। इसके साथ ही सौराई पर बेतवा पुल का काम शुरू कराना है। यह कोशिश है कि ट्रेफिक शहर के अंदर न बढकऱ बाहर के बाहर ही निकल जाए। धतूरिया-ढोलखेड़ी के बीच बेतवा पुल दो वर्ष से स्वीकृत पड़ा है, लेकिन काम शुरू नहीं हो पा रहा था, इसका काम शुरू करा रहे है। इसके साथ ही टे्रेफिक डायवर्ट करने के लिए सौराई के पास लेवल क्रासिंग 273 पर रेलवे ओवर ब्रिज बनवाना है। इसके लिए सांसद से पत्र लिखवाया है, ेरेलवे बोर्ड और सीएम से भी चर्चा की है। बेतवा पर पुल और आरओबी दोनों का निर्माण साथ-साथ चले जिससे बाद में काम प्रभावित नहीं होगा। मंडी और रैक पाइंट शिफ्ट होते ही इन मार्गों और पुलों का महत्व बहुत बढ़ जाएगा। इसके साथ ही रैक पाइंट से नई मंडी तक की सडक़ हैवी ट्रेफिक के लिए 7 मीटर चौड़ी कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।


शहर में काफी कचरा तो नगरपालिका के कंडम वाहनों और उपकरणों का ही है। उसे नीलाम कराकर आधा कचरा खत्म कराना है। ट्रेफिक थाने को भी जिला अस्पताल के पास लाना है, इसके लिए जगह आरक्षित कर ली गई है। गंजबासौदा में भी मंडी और बायपास बड़ा मुद्दा है, इसे भी हल कराना है। सिरोंज में नई मंडी के लिए जगह तय करना है। अभी विदिशा में पीतलमील रोड पर काम शुरू किया है। विदिशा नगर में सीवेज लाइन को बहुत सुधार की जरूरत है। शहर में एकरूपता जरूरी है। ट्रेफिक प्लानिंग जरूरी है। बायपास से अहमदपुर, दुर्गानगर और सौंठिया रोड के रेडियल्स को सुधारना होगा तभी ट्रेफिक सुगम होगा। विदिशा में ड्रेनेज भी एक बड़ी समस्या है, जिसे सुधारने की बहुत आवश्यकता है। श्यामाप्रसाद मुखर्जी पार्क जहां बोटिंग भी होती थी, उसे भी फिर शुरू कराना है। इसके साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि घरों पर होने वाले प्रसव को रोककर उपस्वास्थ्य केंद्रों को उपयोगी बनाते हुए वहां प्रसव कराए जाएं। प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने की बहुत जरूरत है ताकि जिला अस्पताल पर ज्यादा दबाव न पड़े। क्यों हैदरगढ़, नौलास, कागपुर आदि की महिलाएं प्रसव के लिए विदिशा आएं?


सभी जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम के साथ ही जनसहयोग से जिले में विभिन्न मुद्दों पर काम करने के प्रयास किए जा रहे हैं, उम्मीद है कि सबके सहयोग से नए साल में कुछ बेहतर होगा। यह भी अपेक्षा है कि नागरिक भी अपने दायित्व समझें और नगर, गांव और पूरे जिले को स्वच्छ, स्वस्थ बनाने में अपनी भूमिका निभाएं।