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शिशु वार्ड में 25 पलंग पर 75 बच्चों को किया भर्ती

ओपीडी में भी बीमार बच्चों की बढ़ रही संख्या

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शिशु वार्ड में 25 पलंग पर 75 बच्चों को किया भर्ती

विदिशा. बच्चों में मौसमी बीमारियां बढ़ते ही जिला अस्पताल का शिशु वार्ड में पलंग कम पडऩे लगे हैं। एक पलंग पर दो से तीन बच्चों को भर्ती करने की नौबत बन रही। वहीं ओपीडी में भी अपने बीमार बच्चों को लिए परिजनों की लंबी कतार लगने लगी है।
जिला अस्पताल के इस शिशु वार्ड में मंगलवार को मरीजों व उनके परिजनों की काफी भीड़ रही। इस भीड़ के कारण नर्स व डॉक्टरों को भी उपचार कार्य में परेशानी आ रही थी।

अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार इस वार्ड में कुल 25 पलंग है जबकि बीमार बच्चों की संख्या 75 पर पहुंच गई है। हर पलंग पर तीन-तीन मरीज भर्ती है और हर बच्चे के साथ उनके दो से तीन परिजन हो जाने से वार्ड में काफी भीड़ हो रही और वार्ड छोटा पडऩे लगा है। एक ही पलंग पर तीन बच्चे और फिर उनकी माताएं इस तरह छह लोगों को पलंग पर रहना पड़ रहा है।

संक्रमण का डर
अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञों का कहना है कि वार्ड में एक पलंग पर अधिक मरीज और उनके परिजनों की भीड़ के बीच बच्चों में संक्रमण का डर बना रहता है। बच्चों के परिजनों को बाहर जाने का कहा जाता है लेकिन कुछ देर बाद भी परिजन अंदर आ जाते हैं और समस्या बनी रहती है। चिकित्सकों के मुताबिक बच्चे मौसमी बीमारी की चपेट में आ रहे।

ओपीडी में सौ से अधिक बच्चे
भर्ती मरीजों के अलावा अस्पताल की शिशु वार्ड की ओपीडी में भी बीमार बच्चों की भीड़ देखी गई। कर्मचारियों का कहना है कि कुछ दिनों से हर दिन सुबह 8 बजे से शिशु वार्ड के कक्ष के पास लोग एकत्रित होने लगते हैं और 11 बजे तक खासी भीड़ रहती है फिर इमरजेंसी में दिनभर में कई बच्चे उपचार के लिए आते हैं। चिकित्सकों के मुताबिक शिशु वार्ड की ओपीडी में हर दिन औसतन सौ से 125 की संख्या में बीमार बच्चे आ रहे।

अस्पताल में बीमार बच्चों की संख्या बढ़ रही है। बच्चों को बीमारी से बचाव के लिए स्वच्छ व उबला पानी पिलाएं, ताजा खाना खिलाएं। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, घरों के आसपास मच्छर, मक्खियां न होने दें तो बीमारी से बचाव संभव है।

-डॉ.महेंद्र जैन, शिशु रोग विशेषज्ञ