
विदिशा. गंजबासौदा के पास लालपठार में हुए भीषण हादसे को चार माह भी नहीं हुए थे कि त्योंदा के पास खेत में बना कुआं धंसकने से फिर एक किसान उसमें समाा गया। करीब साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद जेसीबी से कुएं को आसपास से खोदकर उसका पानी निकालकर 11 फीट गहराई में से किसान के शव को निकाला गया।
त्योंदा से करीब 10 किमी दूर करईकलां के पास एक खेत में घटना सुबह करीब 11 बजे की है। खैरोदा निवासी 40 वर्षीय किसान राजाराम कुर्मी अपने खेत में बने कुएं में पानी की मोटर लगा रहा था कि अचानक कुएं का आसपास का हिस्सा धंसकने से वह कुएं में जा समाया। पड़ौस के किसानों की नजर जैसे ही पड़ी उन्होंने हल्ला मचाया और तत्काल पुलिस को खबर दी गई।
किसान के परिजन और त्योंदा तथा बासौदा पुलिस मौके पर पहुंच गई। एसडीओपी भारतभूषण शर्मा भी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू की शुरुआत कराई। तब तक होमगार्ड की टीम सहायक कमांडेंट एसडी पिल्लई के साथ मौके पर पहुंच चुकी थी और दो जेसीबी से बहुत एहतियात के साथ कुएं की खुदाई कर नीचे तक पहुंचने का रास्ता बनाया गया, इस बीच मोटरों से कुएं का पानी खाली किया गया। लालपठार हादसे से सबक लेकर सबकुछ बहुत एहतियात से किया जा रहा था।
पुलिस ने कुएं के आसपास के क्षेत्र को आने-जाने के लिए प्रतिबंधित कर दिया था ताकि यदि कुआ और धंसके तो उसकी चपेट में और लोग न आ पाएं। करीब ढाई बजे रेस्क्यू टीम ने किसान के शव को निकाला। होमगार्ड सहायक कमांडेंट पिल्लई ने बताया कि शव करीब 11 फीट नीचे मिला है। हमने फ्लोटिंग पंप के जरिए कुएं का पानी निकाला और जेसीबी की सहायता से खुदाई करते हुए नीचे तक पहुंचे। इस टीम में डिप्टी कमांडेंट एमके हनोतिया, एएसआई लक्ष्मीनारायण विश्वकर्मा, रमेश शर्मा सहित अन्य नगर सैनिकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
एसडीओपी भारतभूषण शर्मा ने बताया कि सूचना मिलते ही कलेक्टर और एसपी ने मौके पर काफी प्रबंध कराए जिससे रेस्क्यू आसानी से हो सका। मौके पर करीब 30 पुलिस अधिकारी-पुलिसकर्मी, होमगार्ड टीम तथा राजस्व की टीम मौजूद रही। घटना स्थल पर काफी भीड़ एकत्रित हो गई थी, जिसे कुएं से दूर रखना भी एक चुनौती थी। शव निकलते ही उसे तत्काल वाहन से त्योंदा चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां शाम होते होते उसका पोस्टमार्टम करा दिया गया।
15 जुलाई को हुआ था लालपठार में भीषण हादसा
त्योंदा रोड पर ही गंजबासोदा से लगे हुए लालपठार में भी कुएं का पाट धंसकने से भीषण हादसा हुआ था और उसमें गांव के 11 लोगों की दर्दनाक हुई थी। इस घटना ने पूरे जिले को हिलाकर रख दिया था। दो दिन तक इस कुएं से रेस्क्यू से लोगों को निकालने का क्रम चला था और बार-बार कुआं धंसकने से एक ट्रेक्टर सहित रेस्क्यू दल के लोग भी इसमें जा गिरे थे।
Published on:
09 Nov 2021 07:37 pm
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