
अब जमकर पनीर, मक्खन खाएं और तेजी से वजन घटाएं
जब भी वजन कम करने की बात हाेती है ताे आपकाे सलाह दी जाती है कि खाने में फैट्स की मात्रा कम कर दें। लेकिन यदि आप फैट्स के शाैकिन है ताे आपके लिए ये बेहद मुश्किल टास्क हाे सकता है। पर अब आपकाे घबराने की जरूरत नहीं है क्याेंकि अब आप एक खास आहार याेजना के जरिए भरपूर फैट्स खाकर भी अपना वजन संतुलित कर सकते हैं। आैर वाे खास आहार याेजना है कीटाे डार्इट प्लान।
कीटो डार्इट प्लान एक एेसी आहार योजना है जो शरीर को वसा जलने वाली मशीन में बदल देती है।दुनियाभर में कर्इ मशहूर हस्तियाें ने अपने आप काे फिट रखने के लिए कीटो डार्इट काे अपनाया हैं। अाज के समय में कीटाे डार्इट सबसे ज्यादा खाेजे जाने वाले आहाराें में से एक है।आैर सबसे खास बात ये है कि इस आहार याेजना में भरपूर फैट्स का खाकर भी आप अपना वजन संतुलित कर सकते हैं। ताे आइए जानते हैं कीटो डार्इट प्लान क्या है आैर यह कैसे काम करता है:-
वजन घटाने के लिए केटोजेनिक आहार याेजना का अविष्कार, 1920 के दशक में किया गया था। लेकिन हाल के वर्षों में इसकी लोकप्रियता बढ़ गई है।
केटोजेनिक आहार व्यक्ति का वजन कम करने में मदद करता है, यहां तक कि यह आंतों के वसा को कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है - जिसे पेट वसा भी कहा जाता है।
यह कैसे काम करता है?
कीटो डाइट कम कर्बोहाइड्रेट आहार के लिए जाना जाता है। कीटो डाइट से लीवर में केटोन्स बनने लगते हैं, जिन्हें शरीर उर्जा के रूप में इस्तेमाल करने लगता है। इस डाइट को कीटो डाइट के अलावा लो कार्ब और हाई फैट डाइट के नाम से भी जाना जाता है।
जब आप अधिक कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट खाते हैं, तो शरीर में ग्लूकोज़ और इंसुलिन बनने लगते हैं। ग्लूकोज को शरीर बहुत असानी से उर्जा में बदल देता है, और इसलिए अन्य उर्जा स्त्रोत की तुलना में हम ग्लूकोज को चुनता है। इंसुलिन ग्लूकोज को रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में पहुंचाने में मदद करता है।क्योंकि शरीर में ग्लूकोज प्राथमिक उर्जा के रूप मे इस्तेमाल होता है, इसलिए आपका शरीर फैट का इस्तेमाल उर्जा के रूप में नहीं करता है। इसकी वजह से शरीर में फैट जमा हो जाता है। किसी भी सामान्य या अधिक कार्बोहाइड्रेट वाले आहार लेने पर शरीर ग्लूकोज़ को उर्जा के मुख्य स्रोत के रूप में इस्तेमाल करता है।
अपने आहार में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम लेना शरीर में कीटोसिस की स्थिति पैदा कर देता है। कीटोसिस एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो भोजन की मात्रा कम होने पर हमें जीवित रहने में मदद करता है। इस स्थिति में हमारा शरीर किटोन्स का उत्पादन करता है, जो लीवर में फैट के बर्न होने से बनते हैं। कीटो डाइट का उदेश्य शरीर कोइस कीटोसिस प्रक्रिया में लाना है।कीटाे डार्इट का पालन करने का एकमात्र असली नियम यह है कि कार्बोस मेनू से बाहर हैं, इसमें व्यक्ति को दिन में 20 ग्राम से कम कार्बोहाइड्रेट खाने की आवश्यकता होती है। जबकि 90 प्रतिशत तक फैट्स का सेवन किया जाता है।
कीटो डाइट से फायदा
वजन कम - कीटो डाइट लेने से हमारा शरीर फैट को उर्जा के रूप में इस्तेमाल करने लगता है। साथ ही ये वजन कम करने में भी मदद करता है। इस डाइट के लेने से हमारे शरीर का फैट बर्न होने लगता है, जिससे शरीर में इंसुलिन का स्तर बहुत कम हो जाता है।
रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में - किटो डाइट में आप जिस तरह के फूड्स खाते हैं, उससे रक्त शर्करा का स्तर कम हो जाता है। अध्ययनों के मुताबिक कम-कैलोरी वाले डाइट की तुलना में डायबिटीजसे बचाने में कीटोजेनिक डाइट अधिक प्रभावी है।
खाने में क्या है
केटोसिस प्राप्त करने के लिए, आहार में 80-90 प्रतिशत वसा होना चाहिए, जिसे कई डेयरी और एवोकैडो के माध्यम से हासिल किया जा सकता है।लाल मांस, डबल क्रीम, हार्ड पनीर, मेयोनेज़, अंडे, एवोकैडो, सब्जियां, फल - सॉसेज, बेकन और मक्खन भी इस आहार में शामिल हैं।इस आहार याेजना में ऐप्पल साइडर सिरका वजन घटाने की विधि के रूप में अधिक लोकप्रिय हो रहा है।
Published on:
03 Nov 2018 05:42 pm
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