लिवर व पैंक्रियाज में जमा होने वाले फैट को विसरल फैट (अंदरुनी/ अदृश्य वसा) कहते हैं जो भारतीयों में अधिक होता है। इससे अधिकतर समस्याएं होती हैं। यह शरीर में पेट के आसपास होता है, जिससे भोजन के पचकर ऊर्जा में बदलने की गति धीमी हो जाती है। हार्मोन में गड़बड़ी होने लगती है। शरीर में एस्ट्रोजन, कॉर्टिसोल और इंसुलिन जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, कैंसर, हड्डियों की कमजोरी आदि बीमारियां होने लगती हैं। फैट दिमाग व त्वचा के लिए जरूरी है। बच्चों की अच्छी ग्रोथ के लिए भी फैट जरूरी है।
इन तीन सवाल के जवाब जानना जरूरी
क्या ज्यादा एक्सरसाइज से वजन कम होता है?
जवाब – ज्यादा एक्सरसाइज से फैट जल्दी बर्न होने की धारणा है लेकिन ऐसा नहीं है। भोजन पचाने की क्रिया मेटोबोलिज्म पर उल्टा असर भी हो सकता है। हड्डियों और मांसपेशियों को भी नुकसान का खतरा रहता है।
जवाब – इसे बाउंस बैक कहते हैं। यह उन्हीं लोगों में होता है जो हैवी वर्कआउट करते हैं। जब व्यायाम बंद करते हैं तो कैलोरी बर्न नहीं होती है। मेटोबोलिज्म के असंतुलन से चर्बी बढ़ने लगती है और वजन भी।
जवाब – डाइटिंग से वजन कम नहीं होता है बल्कि नुकसान अधिक होता है। कम खाने से पेट में गैस, सीने में जलन, पेट दर्द और मोटापा भी हो सकता है। इसलिए एक्सपर्ट की सलाह से ही डाइट कंट्रोल शुरू करें।
सबक्युटेनियस फैट (अंदरूनी वसा) त्वचा के नीचे वाली हिस्से में जमा होता है जिसे ट्राइग्लिसाइड फैट भी कहते हैं। यह कम नुकसानदायक होता है। जबकि विसरल (कोलेस्ट्रॉल) फैट अधिक नुकसानदायक होता है क्योंकि शरीर पर यही मोटापे की परत बढ़ाता है।
डाइट में कार्बोहाइड्रेट या प्रोटीन की अधिकता होने पर ट्राइग्लिसराइड्स में बदलता है जो लिपिड ड्रॉपलेट्स के रूप में जमा हो जाता है। फैट बर्न होकर बायोप्रोडक्ट्स (कार्बन डाइऑक्साइड) के रूप में शरीर से बाहर निकलता है। इसका अधिक हिस्सा एनर्जी में बदल जाता है।
– हेल्दी फैट व पाेषक तत्वाें से भरपूर डाइट लें। हरी पत्तेदार सब्जियां, सूखे मेवे, चाेकर युक्त आटा आदि का प्रयाेग माेटापे काे तेजी से घटा सकता है। – रेगुलर एक्सरसाइज करें। ज्यादा हैवी एक्सरसाइज की जरूरत नहीं है, केवल रेगुलर वाॅॅॅक के जरिए भी माेटापा घटाया जा सकता है।
आयुर्वेद में मोटापे को स्थौल्य या मेदो रोग के नाम से जानते हैं। इससे बचने के लिए गरु ( हैवी ) और अपतपर्ण ( लो कैलोरी) भोजन करना चाहिए। हैवी फूड से पेट भरा रहता है और लो कैलोरी से वजन नहीं बढ़ता। वजनी लोग फल, सलाद और मोटे अनाज ( ज्वार, बाजरा आदि ) खाएं। मीठे और चिकनाई वाली चीजों से परहेज करें।