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खेलने—कूदने की उम्र में छह माह की बच्ची को पत्थर से मारकर उतारा मौत के घाट, बिहार में मशहूर है यह सीरियल किलर

हम आपको एक ऐसे सीरियल किलर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि महज़ आठ साल का है और इस उम्र में ही इसने तीन हत्याओं कके वारदातों को अंजाम दे चुका है।

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Arijita Sen

Sep 12, 2018

Mini serial killer

मात्र छह माह की बच्ची को पत्थर मारकर मौत के घाट उतारा बिहार का ये मिनी सीरियल किलर

नई दिल्ली। सीरियल किलर को लेकर हम सभी ने कुछ न कुछ किस्से सुने ही है लेकिन आज हम आपको एक ऐसे सीरियल किलर के बारे में बताने जा रहे हैं जो कि महज़ आठ साल का है और इस उम्र में ही इसने तीन हत्याओं के वारदातों को अंजाम दे चुका है।

इसे मिनी सीरियल किलर के नाम से जाना जाता है। इस मिनी सीरियल किलर का नाम अमरजीत सादा है जो कि सा 1998 में बिहार के बेगुसराय में पैदा हुआ।

अमरजीत अपने परिवार के साथ बेगुसराय में स्थित मुसहरी नामक गांव में रहता है। अमरजीत के पिता मजदूरी का काम करते हैं।

हैरान करने वाली बात ये थी कि अमरजीत केवल सिर्फ छोटे बच्‍चों को ही मारता था। यहां तक कि अमरजीत अपनी बहन को भी मौत के घाट उतार डाला।

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अमरजीत के माता पिता को जब उसके इस कारनामें के बारे में पता लगा तो उन्होंने अपने बेटे के कर्माे पर पर्दा डालते हुए किसी से कुछ नहीं कहा। पुलिस को अमरजीत के बारे में तब पता चला जब वो तीसरी बार किसी का खून किया। बिहार के बगूसराय का मुसहरी गांव साल 2007 में एक के बाद एक दो मासूम बच्चों की हत्याओं से दहल उठा लेकिन किसी को इस बात की भनक तक नहीं थी कि ऐसा कौन कर रहा है और इसके पीछे क्या वजह हो सकती है? इसी बीच एक जवान शख्स का खून हो जाता है और मामला पुलिस तक पहुंचती है। छानबीन करने के बाद ये मिनी सीरियल किलर पुलिस के हाथ लगता है।

अमरजीत से जब इस बारे में पूछा गया तो उसका कहना था कि बच्चों को बर्बर तरीकें से मारने में उसे मज़ा आता है। उसके इस बयान के बाद उसकी मानसिक स्थिति का पता लगाया गया तो मालूम पड़ा कि वो कंडक्‍ट डिसऑर्डर नामक बीमारी से ग्रस्त है।

मनोविशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे बच्चों को दूसरे को चोट पहुंचाकर खुशी का अनुभव होता है। महज़ आठ साल के होने के कारण अमरजीत को अपने गुनाहों की कोई सज़ा नहीं मिली और उसे हिरासत में लेने के बाद ईलाज के लिए इसे मनोरोगी अस्‍पताल में भर्ती करवा दिया। हालांकि अब वो बाहर है और एक नए नाम के साथ नई जिंदगी जी रहा है।