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कमाल का स्टार्टअप : दूध नहीं, अब हवा से बनेगा बटर…स्वाद भी असली जैसा

अभी इसके टेस्ट आदि को लेकर एक पैनल बनाया गया है, जो इस पर काम कर रहा है। इस स्टार्टअप को बिल गेट्स का सपोर्ट है।

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वाशिंगटन. बाजार में अब ऐसा बटर आने वाला है, जो दूध से नहीं हवा से बनेगा। यह दावा कैलिफोर्निया की कंपनी सवोर ने किया है। कंपनी का कहना है कि इस डेयरी फ्री बटर का स्वाद असली बटर जैसा ही है। सवोर बिना दूध आइसक्रीम, पनीर आदि के विकल्प बना चुकी है। कंपनी के सीईओ कैथलीन एलेक्जेंडर का कहना है कि अभी इसे बेचना के लिए अप्रूवल लेने के फेज में हैं। 2025 के बाद ही ये बाजार में आ सकता है। अभी इसके टेस्ट आदि को लेकर एक पैनल बनाया गया है, जो इस पर काम कर रहा है। इस स्टार्टअप को बिल गेट्स का सपोर्ट है। गेट्स का भी कहना है कि इससे कार्बन फुटप्रिंट को बड़ी मात्रा में घटाया जा सकता है। इस तकनीक के टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके हम पर्यावरण के प्रति अपने लक्ष्यों को हासिल करने में सफल हो सकते हैं। इससे ग्रीन हाउस गैस रिलीज नहीं होगी और ना ही फार्मलैंड का इस्तेमाल होगा और पानी का इस्तेमाल भी कम होगा।

कैसे बनेगा हवा से बटर?
कंपनी इस बटर को बनाने के लिए थर्मोकेमिकल प्रोसेस का इस्तेमाल करती है, जिसके जरिए कार्बन डाइ ऑक्साइड, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन को कंबाइन करके बटर बनाया जा सकता है, यानी इसे बनाने में वो ही कॉम्पोनेंट शामिल किए जाएंगे, जो हवा से मिल सकते हैं। कंपनी ना सिर्फ रियल टेस्ट वाला बटर बना रही है, बल्कि इसके साथ ही ये पर्यावरण के नजरिए से भी काफी फायदेमंद है।

कम होगा कार्बन फुटप्रिंट
कंपनी सवोर के अनुसार, उनके प्रोडक्ट्स में डेयरी प्रोडक्ट वाले बटर की तुलना में काफी कम कार्बन फुटप्रिंट होगा, जो कि प्रति किलोग्राम में सिर्फ 0.8 ग्राम है। वहीं, इसके विपरीत 80 फीसदी फैट वाले अनसॉल्टेड बटर में एक किलोग्राम में 16.9 किलोग्राम फुटप्रिंट होता है।