
बरमूडा ट्रायंगल आज भी लोगों के लिए रहस्य बना हुआ है। अटलांटिक सागर में 5 लाख स्क्वायर किलोमीटर तक फैली यह जगह अब तक न जानें कितने हजार लोगों की जान ले चुका है। न जाने कितने जहाज और एयरक्राफ्ट बरमूडा ट्रायंगल के भीतर रहस्यमयी ढंग से गायब हो चुके हैं। कई लोगों का कहना है कि यह जगह एलियन का बेस है। यहां जो एक बार आया है, वो दोबारा लौट नहीं पाया है। कई रिसर्च के बाद भी वैज्ञानिक इसके रहस्य का पता का नहीं लगा पाए हैं।
इसलिए पड़ा बरमूडा ट्रायंगल नाम
बता दें कि बरमूडा ट्रायंगल उत्तर अटलांटिक महासागर में स्थित ब्रिटेन का प्रवासी क्षेत्र है। इसे यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि इसका आकार ट्रायंगल की तरह है। यह संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वी तट पर मियामी (फ्लोरिडा) से सिर्फ 1770 किलोमीटर और हैलिफैक्स, नोवा स्कोटिया, (कनाडा) के दक्षिण में 1350 किलोमीटर (840 मील) की दूरी पर स्थित है। ऐसा माना जाता है किबरमूडा ट्रायंगल की जानकारी सबसे पहले क्रिस्टोफर कोलंबस ने दुनिया को दी थी।
हजार से ज्यादा लोग गवां चुके जान
पिछले 100 सालों बरमूडा ट्रायंगल में लगभग 75 हवाई जहाज और 100 से ज्यादा छोटे-बड़े जहाज बरमूडा ट्रायंगल के अंदर गायब हो चुके हैं। 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। यहां समंदर के सीने में सैकड़ों डूबे जहाजों के मलबे हैं। कहा जाता है कि अगर इस जगह के ऊपर से कोई विमान गुजरा तो अपने आप गिर जाता है और समंदर में समा जाता है। इस बीच एक वैज्ञानिक ने दावा किया है कि उसने इस जगह के रहस्य को सुलझा लिया है।
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ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक ने रहस्य से उठाया पर्दा
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक कार्ल क्रुजेलनिकिक ने बरमूडा ट्रायंगल को लेकर एक खुलासा किया है। उनका कहना है कि पानी में कई विमान और जहाज गायब हुए हैं। लेकिन वह कैसे लापता हो गए इसके कोई सबूत नहीं हैं। हालांकि उन्होंने क्लीयर किया कि विमान और जहाजों के लापता होने का एलियंस बेस या अटलांटिस के खोए शहर से कोई लेना देना नहीं है। कार्ल क्रुजेलनिकिक ने बताया कि मानवीय गलतियां और खराब मौसम की वजह से बरमूडा ट्रायंगल में बड़ी संख्या में जहाज और विमान लापता हुए हैं।
विमान क्रैश होने का प्रतिशत समान
ऑस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक कार्ल क्रुजेलनिकिक ने अपने दावे को साबित करने के लिए अमेरिकी तटरक्षक और Lloyd’s of London के आंकड़े का हवाला दिया है। उनका कहना है कि इनके आंकड़े के मुताबिक, बरमूडा ट्रायंगल में दुनिया में किसी भी जगह पर विमान क्रैश होने का प्रतिशत समान ही है। उन्होंने फ्लाइट-19 के लापता हुए पांच विमानों के खोने के रहस्य से भी पर्दा उठाया। इन जहाजों के गायब होने के बाद ही बरमूडा ट्रायंगल को रहस्यमयी कहा जाने लगा।
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Published on:
08 Jul 2023 09:52 am
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