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नहीं लग रहा विदेश जाने के लिए वीजा, तो एक बार चले जाइए यहां बन जाएंगे सारे काम

दूर-दूर से दर्शन करने आते हैं यहां लोग मनोकामना पूर्ण होते ही 108 बार परिक्रमा करते हैं लोग

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नई दिल्ली: लोग विदेश जाने के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैं, लेकिन वीजा लग जाए ये जरूरी नहीं। ऐसे में लोगों को निराशा बड़ी होती है, लेकिन अगर आपको पता चले कि आपका वीजा बड़ी आसानी से लग सकता है। इसके लिए आपको सिर्फ हैदराबाद जाना होगा। ज्यादा चौंकिए मत जनाब, वहां आपको किसी सरकारी दफ्तर में नहीं जाना बल्कि मंदिर ( Temple ) में जाना है। जहां से आपका वीजा लग सकता है।

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दरअसल, हैदराबाद से लगभग 40 किलोमीटर दूर ओसमान लेक के तट पर चिल्कुर बालाजी मंदिर स्थित है। इसे लोग वीजा वाले बालाजी का मंदिर भी कहते हैं। इस मंदिर की स्थापत्य कला देखने लायक है और ये कोई 500 साल पुराना मंदिर है। यहां लोग वीजा बनने के लिए मन्नत मांगते हैं और इच्छा पूरी होने पर उनके चरणों में अपना वीजा अर्पित करते हैं। जानकारों के मुताबिक प्राचीन काल में यहां भगवान वेंकटेश बालाजी के भक्त रहजे थे। अपने भगवान के लिए उनकी भक्ति देखने लायक थी। इसी वजह से हर वर्ष वे अपने घर से कोसों दूर तिरुमल बालाजी मंदिर आते थे भगवान के दर्शन करने। एक बार उनकी तबीयत खराब हो गई। तबीयत इतनी खराब थी कि वे अपने भगवान से मिलने मंदिर तक यात्रा नहीं कर सकते थे। ऐसे में भगवान बालाजी ने उनसे सपने में आकर आ कहा है मैं तो तुम्हारे पास के जंगल में रहता हूं और तुम मुझसे मिलने इतनी दूर आते हो। सुबह भक्त भगवान के बताए स्‍थान पर पहुंचा तो उसे वहां एक उभरी हुई जमीन दिखाई दी।

वहां पर खुदाई शुरू हुई। इसी में कुदाल बालाजी की मूर्ति पर लग गई और रक्त बहने लगा। रक्त बहते देख भक्त चिंतित हो गया। उसी वक्त आकाशवाणी हुई और कहा गया कि दुध से नहलाकर उसी जगह पर मूर्ति स्‍थापित की जाए। जब भक्त ने दुग्‍धा‌‌भिषेक किया तो उसी समय वहां पर श्रीदेवी और भूदेवी की प्रतिमा भी अवतरित हो गई। तभी से यहां पर तीनों की पूजा की जा रही है। यहां लोग 11 परिक्रमा करके अपनी इच्छा जाहिर करते हैं। साथ ही जब इच्छा पूरी हो जाती है तो फिर 108 बार परिक्रमा करते हैं। यहां पर लोग वीजा बनवाने की भी अर्जियां लगाते हैं।