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मृत्यु के बाद नहीं बल्कि जिंदा रहते हुए कर सकते हैं स्वर्ग का दर्शन, यहां बादलों के बीच लोगों को मिला ‘स्वर्ग का दरवाजा’

स्वर्ग के द्वार तक पहुंचने के लिए यहां 999 सीढ़ियां हैं जिन्हें चढ़कर कोई भी यहां तक जा सकता है।

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Arijita Sen

Sep 19, 2018

स्वर्ग का दरवाजा

मृत्यु के बाद नहीं बल्कि जिंदा रहते हुए कर सकते हैं स्वर्ग का दर्शन, यहां बादलों के बीच लोगों को मिला 'स्वर्ग का दरवाजा'

नई दिल्ली। इंसान जीवित रहते हुए जैसा कर्म करता है उसके हिसाब से मरने के बाद उसे स्वर्ग या नरक की प्राप्ति होती है। किसी भी सामान्य मनुष्य के लिए जिंदा रहते हुए यहां जाना संभव नहीं। हालांकि दुनिया में एक ऐसी जगह है जहां लोगों ने स्वर्ग के दरवाजे को ढूंढ़ कर निकाला है। स्वर्ग के द्वार तक पहुंचने के लिए यहां 999 सीढ़ियां हैं जिन्हें चढ़कर कोई भी यहां तक जा सकता है।

हम यहां चीन के तियानमेन माउंटेन की बात कर रहे हैं। इस पहाड़ पर लगभग 5 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित एक गुफा है जिसे लोग स्वर्ग का दरवाजा कहकर बुलाते हैं। बता दें, इस गुफा को दुनिया की सबसे ऊंची गुफा करार दिया गया है।

ऐसा कहा जाता है कि 253 ईसवी में तियानमेन माउंटेन का कुछ हिस्सा टूट गया था जिससे इस गुफा का निर्माण हुआ। इसकी लंबाई 196 फीट, चौड़ाई 187 फीट और ऊंचाई 431 फीट है।

इतनी ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यह गुफा हमेशा बादलों से घिरा रहता है। स्वर्ग के दरवाजे तक पहुंचने के लिए लोग केबल वे का उपयोग करते हैं।

केबल वे से उतरने के बाद लोग 999 सीढ़ियों को चढ़कर गुफा तक का रास्ता तय करते हैं। आपको बता दें कि, 24459 फीट की ऊंचाई पर बने इस केबल वे का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है क्योंकि इसे दुनिया की सबसे लंबी और सबसे ऊंची केबल वे कहा गया है।

20वीं शताब्दी में तियानमेन माउंटेन के पास एक वाटरफॉल भी था। इस झरने की खासियत यह थी कि यह मात्र 15 मिनट के लिए ही दिखाई देता था और इसके बाद गायब हो जाता था।

इस वाटरफॉल का पानी 1500 मीटर की ऊंचाई से सीधे नीचे गिरता था। हालांकि अब यह झरना कहीं दिखाई नहीं देता है।

लोगों के बीच तियानमेन मांउटेन आर्कषण का प्रमुख केंद्र है। यहां प्रकृति का नजारा, चारों ओर का शान्त वातावरण, बादलों से घिरे पहाड़ों का जायका लेने के लिए दूर-दराज से लोग आते हैं। इस स्थान पर आने वाले पर्यटक यहां स्थित बौद्ध मठ का भी दर्शन करते हैं।