20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

मंदिर जाने की जरूरत नहीं, अब फोन पर डायरेक्ट होगी भगवान से बात, डायल करें…

यहां देश-विदेश से भक्त कॉल कर एकदन्त को अपनी समस्या बताते हैं और उनसे इसे सुलझाने की प्रार्थना करते हैं।

2 min read
Google source verification

image

Arijita Sen

Aug 11, 2018

mobile phone

मंदिर जाने की जरूरत नहीं, अब फोन पर डायरेक्ट होगी भगवान से बात, डायल करें...

नई दिल्ली। भगवान तक अपनी बात पहुंचाने के लिए लोग तरह-तरह के प्रयास करते हैं। पूजा-पाठ से लेकर मंत्र जाप तक किसी भी काम को करने से भक्त नहीं कतराते हैं बस किसी तरह से भगवान उनकी सुन लें, लेकिन अब जमाना बदल चुका है। टेक्नोलॉजी के इस युग में आप महज एक नंबर डायल कर अपनी बात फोन के माध्यम से भगवान के कानों तक पहुंचा सकते हैं। भले ही यह बात आपको मजाक लग रही हो, लेकिन यह बिल्कुल सच है।

हम यहां एक मंदिर की बात कर रहे हैं जहां भगवान फोन के माध्यम से भक्तों की बात सुनते हैं और ऐसा आज से नहीं बल्कि कई सालों से हो रहा है। लोगों का इस मंदिर के प्रति गहरी आस्था है। गणपति बप्पा का यह मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में स्थित है।

इस मंदिर को चिंतामन स्वामी गणेश मंदिर के नाम से जाना जाता है। यहां देश-विदेश से भक्त कॉल कर एकदन्त को अपनी समस्या बताते हैं और उनसे इसे सुलझाने की प्रार्थना करते हैं।

यहां सिद्दिविनायक के इस मंदिर में रोज हजारों भक्तों की भीड़ पहुंचती है और दिन में लगभग सैकड़ों कॉल आते हैं। पहले भक्त मंदिर में आकर चतुर्भुज के पैर छूते थे और इसके बाद कागज पर अपनी समस्या को लिखकर भगवान के पैरों पर रख देते थे।

मान्यता थी कि जो भी अपनी समस्या को एक पत्र में लिखकर भगवान के सामने रख देता था चिन्तामणी स्वामी गणेश की कृपा से उस मनुष्य की लिखी हुई समस्या अवश्य ही दूर हो जाती थी।

फोन करने की परंपरा उस वक्त शुरू हुई जब यहां आने वाला गणेश जी का एक सच्चा भक्त किसी कारणवश विदेश चला गया। वहां वह हर रोज भगवान को याद करता था।

हर हफ्ते गणेश जी का वह भक्त उनके नाम एक पत्र लिख कर भेजता था जिसे मंदिर का पुजारी भगवान को पढ़ कर सुनाता था।

जब मंदिर के पंडित को उस भक्त की भक्ति और निष्ठा सच्ची लगी तो उन्होंने उसकी बात फोन पर भगवान को सुनानी शुरू कर दी।

तब से आज तक राज्य या देश से बाहर रहने वाले पीताम्बर के भक्त फोन पर उन्हें अपनी समस्या बताते हैं और उनसे इसे दूर करने की प्रार्थना करते हैं।