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कभी मजबूरी में किया था यह काम, लेकिन अब न्यूड मॉडल बनने में नहीं आती शर्म, लक्ष्मी की यह कहानी है सबसे अलग

लक्ष्मी Sir JJ School of Art in Mumbai में एक न्यूड मॉडल के तौर पर कार्यरत है।

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Arijita Sen

Dec 27, 2018

Laxmi

कभी मजबूरी में किया था यह काम, लेकिन अब न्यूड मॉडल बनने में नहीं आती शर्म, लक्ष्मी की यह कहानी है सबसे अलग

नई दिल्ली। आज हम आपको एक ऐसे पेशे के बारे में बताएंगे जिसके बारे में आपने शायद अब तक सुना नहीं होगा। शायद पहली दफा इसके बारे में जानकर आपको यह कुछ अटपटा सा लगे, लेकिन इसके पीछे की सच्चाई जान इसके प्रति आपका सम्मान बढ़ जाएगा।

इस बारे में जानकारी देने के लिए आपको लक्ष्मी नामक एक महिला के बारे में जानना होगा। न्यूड मॉडल के बारे में तो आपने सुना ही होगा। लक्ष्मी पेशे से एक न्यूड मॉडल है। हालांकि इस पेशे में लक्ष्मी अपने मन से नहीं बल्कि मजबूरी में आई, लेकिन आज उसे फक्र है कि वह पेशे से एक न्यूड मॉडल है।

इस पेशे को जैसा आप समझ रहे हैं वैसा बिल्कुल भी नहीं है। चलिए इस बारे में आपको हम पूरी जानकारी देते हैं। लक्ष्मी Sir JJ School of Art in Mumbai i में एक न्यूड मॉडल के तौर पर कार्यरत है। अब आप सोच रहे होंगे कि एक स्कूल का न्यूड मॉडल से क्या संबंध?

दरअसल, जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह एक आर्ट स्कूल है। यहां के छात्र न्यूड मॉडल को देखकर anatomy and form यानि कि शरीर रचना विज्ञान से संबंधित स्केच बनाते हैं।

इस पेशे में कोई अश्लीलता या किसी प्रकार की कोई गंदगी नहीं है। यहां स्टूडेंट्स न्यूड मॉडल को देखकर बहुत ही बारीकी से शारीरिक संरचना को स्केच करते हैं।

अब बात करते हैं लक्ष्मी की। लक्ष्मी के लिए यह सब इतना आसान नहीं था। बहुत कम उम्र में पति के गुजर जाने के बाद पूरे परिवार की जिम्मेदारी अचानक ही लक्ष्मी के कंधों पर आ पड़ी। बच्चों की देखभाल के लिए उस वक्त इस मां को बस एक काम की तलाश थी। लक्ष्मी सभी को काम के बारे में कहती।

अपनी चाची राजम्मा को भी वह हर वक्त बस एक काम तलाश देने के लिए कहती रहती थी। एक दिन वह Sir JJ School of Art जा पहुंची जहां राजम्मा पहले से ही एक न्यूड मॉडल के तौर पर काम करती थी।

राजम्मा ने लक्ष्मी को इस काम के बारे में कहा तो मजबूरी के चलते पहले तो वह राजी हो गई, लेकिन जब छात्रों के सामने कपड़े उतारने की बारी आई तो वह टूट कर बिखर गई। उस वक्त वहां मौजूद प्रोफेसर और स्टूडेंट्स ने मिलकर उन्हें संभाला। धीरे-धीरे लक्ष्मी को इस काम की आदत पड़ गई।

हर रोज कई लोग लक्ष्मी की प्रतिकृति को पन्ने पर उतारते हैं। इनमें से कई तस्वीरों को प्राइज भी मिल चुका है।घंटे के हिसाब से लक्ष्मी को 50-60 रुपये मिलते हैं। लक्ष्मी को अब इस काम के लिए शर्म नहीं बल्कि गर्व महसूस करती हैं।