ये घटना चेरनोबिल से महज 60 मील की दूरी पर देखने को मिली। 1968 में यहां दुनिया की सबसे खराब परमाणु आपदा आई थी। उसमें लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी। इतना ही नहीं इसका असर काफी लंबे समय तक रहा था। माना जाता है कि उसके प्रभाव के चलते यहां के लोगों की आयु भी कम हो गई है। यू्क्रेन में बादलों का ऐसा स्वरूप देखकर लोगों को उसी परमाणु आपदा के दोहराए जाने की चिंंता सताने लगी। सोशल मीडिया पर स्थानीय लोगों ने इसकी तस्वीरों को वायरल कर दिया।
इस दुर्लभ घटना के बारे में अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने कीव ओब्लास्ट, टेरनोपिल ओब्लास्ट और विन्नित्सा के ऊपर ऐसे बादल देखे हैं। इन्हें एनविल क्लाउड कहते हैं। इसका वैज्ञानिक नाम क्यूम्यलोनिम्बस इनकस है। ये बादल तेज वायु के जल वाष्प को ऊपर की ओर ले जाने पर बनते हैं। यह बादल आंवले जैसे दिखते हैं, लेकिन कई बार इनका आकार बड़ा होने पर ये मशरूम की तरह भी दिखते हैं। इस तरह के बादलों में बिजली उत्पन्न करने की क्षमता होती है। इससे भारी बारिश और ओलावृष्टि की आशंका रहती है।