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पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए तोड़े जा रहे थे मकान, ज़मीन के नीचे से मिली ऐसी चीज़ें…

मकानों में मिले इन 43 मंदिरों में से एक मंदिर तो बिल्कुल काशी विश्वनाथ मंदिर जैसा दिखता है।

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पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए तोड़े जा रहे थे मकान, ज़मीन के नीचे से मिली ऐसी चीज़ें...

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इन दिनों काफी हलचल मची हुई है। जिसकी वजह कोई और नहीं बल्कि पीएम मोदी के ही ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक, काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट है। काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर प्रोजेक्ट के तहत सीमा में आने वाले सभी घरों को तोड़ा जा रहा है। वाराणसी में चल रहे इस ध्वस्तीकरण के दौरान ऐसी-ऐसी चीज़ें मिल रही हैं, जिन्हें देखने के बाद लोगों के होश उड़े हुए हैं। दरअसल वाराणसी में चल रहे इस ध्वस्तीकरण में लोगों के घरों में प्राचीन मंदिर मिल रहे हैं।

इसी कड़ी में एक घर में ऐसा मंदिर मिला, जो दिखने में हूबहू काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह दिखता है। काशी विश्वनाथ मंदिर जैसे दिखने वाले इस मंदिर को देखने के बाद लोगों का दिमाग ठंडा पड़ा हुआ है। बता दें कि पीएम मोदी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को को पूरा करने के लिए यूपी की योगी सरकार ने कॉरिडोर में आने वाले 182 मकानों को खरीदकर उन्हें ध्वस्त करना शुरू किया था। योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की दिशा में बीते साल दिसंबर में 600 करोड़ रुपये का बजट पास किया था। 182 में से 40 मकानों को अब तक तोड़ा जा चुका है। तोड़े गए 40 मकानों में छोटे-बड़े कुल मिलाकर 43 प्राचीन मंदिर मिले हैं।

मकानों में मिले इन 43 मंदिरों में से एक मंदिर तो बिल्कुल काशी विश्वनाथ मंदिर जैसा दिखता है। बताया जा रहा है कि इस प्राचीन मंदिर को बनाने में उसी वास्तुकला का प्रयोग किया गया होगा, जिस वास्तुकला से विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर बनाया गया था। मकान में मिले इस मंदिर में नंदी महाराज की प्रतिमा भी है, जो आकार में काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित नंदी की प्रतिमा से बड़ा है। इसके साथ ही मंदिर के नीचे एक रथ भी बना हुआ मिला है। जानकार बता रहे हैं कि मकान के नीचे मिले इस मंदिर का निर्माण लगभग 18वीं या 19वीं शताब्दी में हुआ होगा।