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OMG! आग के ऊपर से निकले लोग, फिर भी नहीं झुलसा शरीर जानें कैसे हुए ये कारनामा

ये है आस्था की परंपरा खौलते अंगारों पर चले लोग काफी संख्या में पुरुष और महिलाएं हुई शामिल

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Pratima Tripathi

Mar 27, 2019

fire walk

OMG! आग के ऊपर से निकले लोग, फिर भी नहीं झुलसा शरीर जानें कैसे हुए ये कारनामा

नई दिल्ली: आग Fire को कई तरीकों से हमारे आम जीवन में इस्तेमाल में लाया जाता है, जिसमें खाना बनाने food से लेकर हाथ-पांव सेकने तक शामिल है। लेकिन इसी आग का अगर गलत इस्तेमाल किया जाए तो ये हमारे लिए नुकसानदायक भी है। सोचिए, अगर हल्की सी गर्म चीज या आग हाथ में लगे जाए तो कितना दर्द होता है। लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां लोग अंगारों के ऊपर से बड़े ही आराम से चले जाते हैं और उन्हें किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचता। आपको ये सोचकर भी डर लग रहा होगा, लेकिन ऐसा हुआ है।

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इन दिनों कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल ( viral ) हो रही हैं जो कि मध्यप्रदेश ( madhya pradesh ) के झबुआ की हैं। यहां धुलेंडी के तेजाजी मंदिर Temple के पास शिव मंदिर प्रांगण में चूल परंपरा निभाई गई। इस परंपरा में लोग खौलते हुए अंगारों के ऊपर से गुजरते हैं। इन खौलते अंगारों के ऊपर से गुजरने वाले लोगों के चेहरे पर किसी तरह का कोई डर नहीं होता। बल्कि, सभी लोग इस परंपरा को पूरी आस्था के साथ निभाते हैं। खौलते अंगारों को तैयार करने के लिए लगभग 121 किलो लकड़ी जलाई जाती है। इन जलती लकड़ियों में लगभग 21 किलों शुद्ध घी डाला जाता है और इसके बाद लोग इसके ऊपर से गुजरते हैं।

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इन खौलते अंगारों के ऊपर से 40 से ज्यादा मन्नतधारी लोग चले, जिनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल थे। वहीं इन अंगारों के ऊपर से गुजरने से पहले कुछ लोगों ने अपने पैरों में मेहंदी लगा ली थी तो कुछ लोगों ने कुछ भी नहीं लगाया। इस संदर्भ में पेटलावद अस्पताल ( Petlawad Hospital ) में पदस्थ गोपाल चोयल ( Gopal Choyal ) के अनुसार, मेडिकल कारण के मुताबिक ये सब बहुत जल्दी होता है। शरीर की त्वचा का रेसिस्टेंस आग को लेकर जितना होता है, उससे कम समय में लोग अंगारों से निकल जाते हैं। वहीं अगर शरीर की त्वचा पर कोई लेप लगा हुआ हो तो गर्मी और कम असर करती है।