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खुदकुशी करने को उकसाता है ये मनहूस किला, रात होते ही छा जाता है सन्नाटा

Prabalgad Fort : 2300 फीट ऊंची खड़ी पहाड़ी पर बने इस किले से कूदकर कई लोगों ने दी है जान इस किले को श्रापित माना जाता है, इसका नाम प्रबलगढ़ का किला है

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Soma Roy

Nov 29, 2020

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Prabalgad Fort

नई दिल्ली। देश में कई ऐसी जगह हैं जहां जाना खतरे से खाली नहीं है। इन्हें मनहूस माना जाता है। इन्हीं में से एक है प्रबलगढ़ का किला। महाराष्ट्र के माथेरान और पनवेल के बीच स्थित इस किले को श्रापित माना जाता है। कहा जाता है कि ये इमारत लोगों को खुदकुशी के लिए उकसाती है। यह किला 2300 फीट ऊंची खड़ी पहाड़ी पर बना हुआ है।

इस किले को कलावंती के नाम से मशहूर है। इस किले में रात होते ही महौल बदल जाता है। बताया जाता है कि यहां से गिरने की वजह से कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं। सूर्यास्त होने से पहले ही यहां सन्नाटा पसर जाता है। यहां चट्टानों को काटकर सीढ़ियां बनाई गई हैं, लेकिन इन सीढ़ियों पर ना तो रस्सियां है और ना ही कोई रेलिंग। बताया जाता है पैर फिसलने से यहां कई लोगों की मौत हो चुकी है।

स्थानीय लोगों के मुताबिक यह किला मनहूस हो चुका है। कई लोगों की जान जाने से ये जगह नकारात्मकता हो गई है। लोगों का मानाना है कि यहां भटकती आत्माएं लोगों को आत्महत्या करने पर मजबूर करती है। कई लोग जिंदगी से परेशान होकर यहां अपनी जीवनलीला खात्म करने के लिए हैं। इस किले को पहले मुरंजन किले के नाम से जाना जाता था, लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज के राज में इसका नाम बदल दिया गया। कलावंती दुर्ग के किले से चंदेरी, माथेरान, करनाल और इर्शल किले भी नजर आते हैं।