
स्कूल प्रबंधन ने एक साथ 3 महिला टीचर को नौकरी से निकाला, वजह जानने के बाद दंग रह जाएंगे आप
नई दिल्ली। गुरू यानि टीचर को भगवान से भी ऊंचा दर्जा प्राप्त है, इसके पीछे की वजह हम सभी को मालूम है। दुनिया के तौर-तरीके सिखाने वाले गुरू अपने शिष्यों को वो शिक्षा देते हैं, जिसे प्राप्त करके वे दुनिया के शिखर तक पहुंचते हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ से एक ऐसा अजीबो-गरीब मामला सामने आया है जिसे पढ़ने के बाद आपका दिमाग थोड़ी देर के लिए काम करना बंद कर देगा। यहां के एक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने वाली तीन महिला टीचरों को स्कूल से निकाल दिया गया। इसके पीछे की वजह जानने के बाद मॉनसून के सुहावने मौसम में भी आपका पारा बढ़ जाएगा। दरअसल महिला टीचरों को स्कूल से निकालने के पीछे प्रबंधन ने दलील दी कि वे दिखने में सुंदर नहीं हैं।
पूरा मामला राजनादगांव जिले का है, जहां के मानपुर में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से तीनों टीचरों को बिना किसी नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया। इतना ही नहीं प्रबंधन ने टीचरों के साथ घटिया बर्ताव भी किया। जानकारी के मुताबिक तीनों टीचर आदिवासी हैं। रिपोर्ट की मानें तो स्कूल से निकाले जाने के पीछे एक वजह उनका आदिवासी होना भी हो सकता है। इतना ही नहीं तीन महिला टीचरों को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद स्कूल प्रबंधन स्कूल के बाकी आदिवासी स्टाफ को भी निकाल सकता है। बता दें कि पिछले महीने स्कूल से भेदभाव की भावना से निकाली गई तीनों टीचरों ने स्थानीय कलेक्टर से शिकायत की है और जांच की मांग की है।
मीडिया रिपोर्टों की मानें तो स्कूल से निकाली गई शिक्षकों को स्कूल प्रबंधन ने बिना नोटिस के नौकरी से निकाला है साथ ही उनसे अभद्र व्यवहार किया है। अचानक बिना किसी जानकारी के स्कूल से निकाले जाने के बाद तीनों महिला अध्यापिकाओं की आर्थिक स्थिति बिगड़ गई है, जिससे उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पीड़ित टीचरों का कहना है कि स्कूल से निकाले जाने को लेकर उनसे सिर्फ इतना ही कहा गया कि वे तीनों आदिवासी हैं, प्रिंसिपल के साथ उनका व्यवहार अच्छा नहीं है और वे दिखने में भी सुंदर नहीं हैं।
Published on:
15 Jul 2018 02:58 pm
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