
नई दिल्ली: आपके आसपास कई जगह ऐसी होंगी जहां आपको दुकानों के नाम बड़ी ही अटपट्टे नजर आते होंगे, या फिर आप कभी किसी दूसरी जगह पर गए होंगे तो आपने वहां भी कुछ ऐसा ही देखा होगा। इसी कड़ी में एक दुकान बड़ी ही चर्चा में बनी हुई है क्योंकि इस दुकान का नाम है 'भूतिया हलवाई'। इस दुकान का नाम हर किसी को हैरान करता है। चलिए जानते हैं आखिर इस दुकान का नाम ऐसा क्यों रखा गया।
ये भूतिया हलवाई नाम की दुकान अजमेर में स्थित है। ये यहां की काफी फेमस दुकान है। बताया जाता है कि ये दुकान अंग्रेजों के जमाने से यहां खुली हुई है। अजमेर में रहने वाले लोग और यहां बाहर से आने वाले लोग इस दुकान के गोंद के लड्डू लेना नहीं भूलता। यही नहीं इस दुकान का दूध और लस्सी के भी लोग काफी दीवाने हैं। लोगों की मानें तो उन्हें ऐसा स्वाद किसी और दुकान पर नहीं मिलता। लेकिन आप सोच रहे होंगे कि इस दुकान का नाम आखिर ये पड़ा कैसे।
दरअसल, एक जमाने में लोगों का कहना था कि इस दुकान में रात को भूत मिठाइयां बनाते हैं और सुबह उनके सामने लजीज मिठाइयां पेश की जाती। दुका के मालिक के मुताबिक, उन्होंने ये दुकान मथुरा के मूल निवासी लालजी मूलचंद गुप्ता के अलवर गेट क्षेत्र में साल 1933 में एक मिठाई की दुकान खोली। दुका के पास में एक रेलवे कारखाना था। लालजी के बेटे और पोते बताते हैं कि अंग्रेजों के शासनकाल में दुकानें शाम 5 बजे तक बंद हो जाती थी, लेकिन लालाजी रातभर अपनी दुकान में बैठकर मिठाइयां बनाते थे। वहीं जब से लोगों ने ये कहना शुरु किया कि रात में दुकान में भूत आकर मिठाइयां बनाते हैं, तब से इसका नाम 'भूतिया हलवाई' पड़ गया।
Published on:
01 Nov 2019 01:07 pm
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