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छोटी सी मछली के पेट से निकाला गया ट्यूमर

मछली के पेट से निकला ट्यूमर मछली के ऑपरेशन पर खर्च हुए8912 रुपए गोल्ड फिश का वजन मात्र 0.03 औंस

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नई दिल्ली। इंग्लैंड के ब्रिस्टल स्थित वेट्स वेटरनरी हॉस्पिटल को एक काफी बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है उन्होनें मोली प्रजाति की एक छोटी सी गोल्ड फिश का एक सफल ऑपरेशन किया है। मछली के पेट में ट्यूमर हो गया था। इसे 40 मिनट के ऑपरेशन के बाद हटा दिया गया। इसके साथ गोल्ड फिश यूके (यूनाइटेड किंगडम) में सर्जरी कराने वाली सबसे छोटी मरीज बन गई है।गोल्ड फिश से उसके मालिक का अत्याधिक लगाव था। और इसी के चलते 89 रुपए की मछली के ऑपरेशन पर 8912 रुपए खर्च हुए। अस्पताल इससे पहले गिरगिट, छिपकली,सांप और मगरमच्छ जैसे जीवों का ऑपरेशन कर चुका है।
बताया जाता है कि यह गोल्ड फिश उसके मालिक को उसके पड़ोसी ने कुछ हफ्तों पहलेव गिफ्ट के तौर पर दी थी। कुछ दिनों के बाद से फिश के पेट के निचले हिस्से में गांठ जैसा उभार दिखने लगा था। इसके बाद मालिक नें गोल्ड फिश को डॉक्टर को दिखाया। और अस्पताल में सर्जरी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया। गोल्ड फिश का वजन मात्र 0.03 औंस (एक ग्राम) था। इतनी छोटी मछली का ऑपरेशन करना काफी मुश्किल था। लेकिन डॉक्टर्स की कड़ मेहनत के चलते 40 मिनट चला ऑपरेशन आखिरकार सफल हो गया।

बताया जाता है कि मछली को सर्जरी से पहले एक कंटेनर में डाला गया। जब मछली शांत हुई, तब उसे ऑपरेशन वाली जगह पर लाए। मछली के आसपास का कुछ हिस्सा गीला रहे इसका इंतजाम किया। इसके बाद मुंह की नली लगाई गई। जिससे ट्यूमर को हटाकर बाहर निकाला गया। ऑपरेशन के बाद मछली के पेट के हिस्से को वाटर प्रूफ पेस्ट से बंद कर दिया। कुछ देर मछली को फिर से ऑक्सीजन युक्त ताजे पानी में डाल दिया। सर्जरी के दिन ही उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।"