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अफ्रीका के द्वीप के किनारों पर मिले दो सौ टन कचरे से निकल रही है अजीब चीजें

मनुष्या दे रहा है प्राकृति में अपना अनावश्यक दखल द्विपों से इकट्ठा हुआ दो सौ से अधिक टन कचरा जीवों के साथ-साथ मनुष्यों का जीवन भी है संकट में

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अफ्रीका के द्वीप के किनारों पर मिले दो सौ टन कचरे से निकल रही है अजीब चीजें

नई दिल्ली।प्रकृति ( nature )में मनुष्य का अनावश्यक दखल कई तरह की समस्याएं पैदा कर रहा है। वर्तमान में विश्व कचरे (garbage ) की समस्या से भी जूझ रहा है। शहरों में कचरे के बड़े-बड़े पहाड़ बन रहे हैं। इस समस्या से अब समुद्र ( sea )भी नहीं बचा है। कचरे से मानव तो प्रभावित हो ही रहा है, जीव-जंतु भी इसे झेल रहे हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार- हिंद महासागर (hind mahasagar ) में स्थित कोको द्वीपसमूह के तटों पर भारी मात्रा में प्लास्टिक ( plastic ) कचरा मिला है। ये द्वीपसमूह ऑस्ट्रेलिया ( australia) में हैं। हैरानी वाली बात यह है कि इस कचरे में से अजीबो-गरीब चीजें निकल रही हैं। एक शोध में कहा गया है कि इसमें कुल 41 करोड़ प्लास्टिक के टुकड़े पाए गए हैं। जिनमें 10 लाख जूते और 4 लाख से ज्यादा टूथब्रश ( Tooth Brush ) मिले हैं।

रिपोर्ट के अनुसार- इन द्वीपों पर दो सौ से अधिक टन कचरा इकट्ठा हो गया है। जर्नल साइंटिफिक में प्रकाशित हुई रिपोर्ट के अनुसार- धरती के अलावा अब समुद्र और तटीय क्षेत्रों पर भी प्लास्टिक का कचरा एकत्र हो गया है, जिससे समुद्र में रहने वाले जीव धीरे-धीरे मर रहें हैं।


ऑस्‍ट्रेलिया के तस्मानिया की यूनिवर्सिटी की शोधकर्ता जेनिफर लावर्स के अनुसार- 'अभी केवल दस सेंटीमीटर की गहराई नापने पर ही 41 करोड़ 40 लाख कचरा निकलने का अनुमान लगाया जा रहा है।

जेनिफर लावर्स की मानें तो कई तट ऐसे हैं जिन पर अभी तक पहुंचा नहीं गया है, वहां पर इससे भी ज्यादा टन प्लास्टिक कचरा हो सकता है।

लावर्स ने इस जगह को कचरा ‘हॉटस्पॉट’ नाम दिया है। बता दें इससे पहले भी प्लास्टिक कचरे पर शोध किए गए हैं, जिनमें यह पता चला है कि प्लास्टिक कचरे से वन्य जीवों पर खतरा बढ़ रहा है। साथ ही इंसानों के जीवन पर भी संकट मंडरा रहा है।