
जो काम खुले में करने से डरती हैं महिलाएं, इस मॉल में खुलकर करने की मिलती है छूट
नई दिल्ली। आज हम आपको एक ऐसे मॉल के बारे में बताएंगे जिसके संबंध में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। दरअसल, कोलंबिया में एक ‘सेंट्रो मियर शॉपिंग मॉल’ है जहां पर ऐसी डमीज लगी हुई हैं जिसे देखने के पश्चात लोग हैरान रह जाते हैं। कोलंबिया का ये मॉल हिंदुस्तान के अनेक मॉल्स को अपनी ‘डमीज’ दिखाकर चुनौती देने का काम कर रहा है। बता दें कि इन डमीज को रखने का उद्देश्य महिलाओं को शॉपिंग के दौरान ‘ब्रेस्टफीडिंग’ हेतु बढ़ावा देना है। साथ ही कोई भी महिला शॉपिंग के दौरान आराम होकर अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड सके। ये जगह माता एवं बच्चा दोनों हेतु काफी आरामदायक और अच्छी बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक, कोलंबिया के 49% बच्चे यूनीसेफ के जरिए फीड होते हैं व 81% बच्चों को ही माता के दूध से आहार प्राप्त हो पाता है, ये सब कुछ देखते हुए इस मॉल ने ऐसी पहल की है जिससे माताओं के भीतर से उस शर्म को कम की जा सके तथा उन्हे बच्चे को ब्रेस्टफीड को लेकर जागरूक किया जा सके। ब्रेस्टफीड मनुष्यों में आम क्रिया होती है। ब्रेस्टफीड शिशु के लिए संरक्षण और संवर्धन का काम करता है। नवजात शिशु में रोग प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं होती। मां के दूध से यह शक्ति शिशु को प्राप्त होती है।
ब्रेस्टफीड को बौद्धिक क्षमता से जोड़कर देखा जाता है। ब्रेस्टफीड करने वाले बच्चों की बौद्धिक क्षमता 3 से 4 प्वाइंट बढ़ जाती है। ब्रेस्टफीड के द्वारा, मां अपने शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बच्चे को प्रदान करती है, जिससे बच्चे के रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकास में मदद मिलती है. छह माह से कम उम्र के बच्चे जिसे लंबे समय तक सिर्फ मां का दूध पिलाया जाता है, उसे संक्रमण की बीमारी और मृत्यु का खतरा, उन बच्चों की तुलना में कम होता है, जिसे केवल कुछ समय के लिए ब्रेस्टफीड कराया जाता है या फिर नहीं कराया जाता है। बच्चों के ब्रेस्टफीड के लिए माताओं की सहायता करने से डायरिया की संख्या में आधी तथा श्वसन संक्रमण में एक तिहाई तक कमी लायी जा सकती है। बता दें कि, इन मॉल में रखी या डमीज महिलाओं को शॉपिंग के दौरान ‘ब्रेस्टफीडिंग’ हेतु बढ़ावा देने का काम कर रही हैं। साथ ही कोई भी महिला शॉपिंग के दौरान आराम से अपने बच्चे को ब्रेस्टफीड कर सके।
Published on:
09 Oct 2018 02:55 pm
बड़ी खबरें
View Allअजब गजब
ट्रेंडिंग
