29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस वजह से पति के जूतों में पानी पीने को मजबूर हैं यहां की महिलाएं, मंदिर में औरतों के साथ होता है ऐसा काम

अगर आप ये सोच रहे हैं कि यहां की महिलाओं को सिर्फ इतना ही झेलना पड़ता है तो गलत हैं, क्योंकि यह तो सिर्फ एक छोटी सी बात है।

2 min read
Google source verification

image

Sunil Chaurasia

Jul 07, 2018

rajasthan

इस वजह से पति के जूतों में पानी पीने को मजबूर हैं यहां की महिलाओं, मंदिर में औरतों के साथ होता है ऐसा काम

नई दिल्ली। दुनिया में रहने वाले लोग चांद और मंगल पर जाने का प्लान बना रहे हैं और हम आज भी अपनी दकियानुसी विचारों में कैद होकर पड़े हुए हैं। आज हम आपको देश की एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां के लोग आज के इस हाईटेक ज़माने में भी अंधविश्वास के दलदल में फंसे हुए हैं और कुछ फंसते जा रहे हैं।


जहां एक ओर हम अपनी महिलाओं को पुरुषों के समान अधिकार और सम्मान देने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी ओर हम खुलेआम उनका शोषण भी कर रहे हैं। राजस्थान के इस क्षेत्र में ऐसे अंधविश्वास काफी प्रचलित हैं, जिनमें ऐसी बात कही जाती हैं कि पति के साथ देवी मां के मंदिर जाने और पति के जूतों में पानी भरकर पीने से उनका जीवन बेहतर हो जाता है। सुनकर काफी बुरा लगा न कि जूतों में पानी भरकर आखिर कोई कैसे पी सकता है। लेकिन यहां की महिलाओं के लिए यह काफी सामान्य बात है। अगर आप ये सोच रहे हैं कि यहां की महिलाओं को सिर्फ इतना ही झेलना पड़ता है तो गलत हैं, क्योंकि यह तो सिर्फ एक छोटी सी बात है। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस जूते में ये महिलाएं पानी पीती हैं, तांत्रिक उन्हीं जूतों से महिलाओं की बड़ी ही बेरहमी से पिटाई भी करते हैं। जिसके बाद महिलाएं अपने पति के जूतों को मुंह में दबाकर अपने-अपने गांव के चक्कर लगाती हैं।


देवी मां का यह मंदिर भूत-प्रेत से छुटकारा पाने के लिए भी काफी जाना जाता है। लोगों का मानना है कि इस मंदिर में आने के बाद लोगों के ऊपर भूत-प्रेत और आत्माओं को उतारा जाता है। लेकिन अफसोस महिलाओं का ऐसा हाल सिर्फ यहीं नहीं बल्कि भारत के कई हिस्सों में है। जिन पर अभी तक लगाम नहीं लगाया जा सका है। इसके साथ ही तंत्र-मंत्र से दूर रहने के बजाए लोगों का तंत्र विद्या में विश्वास बढ़ता ही जा रहा है।