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भगवान श्री राम और सीता माता के नेपाल में मिले 57 साल पुराने डाक टिकट ने की थी बड़ी भविष्यवाणी..

Ram Mandir Consecration: अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा में अब कुछ दिन ही बाकी हैं। इससे पहले नेपाल में कुछ ऐसा मिला है जिसने पहले ही 2024 में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा की भविष्यवाणी कर दी थी।

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57 year old postal stamp in Nepal

भगवान श्री राम की अयोध्या नगरी में कुछ दिन में दीपावली जैसा माहौल होने वाला है। इस महीने की 22 तारीख को राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होगी। यह एक बड़ा और बेहद ही खास अवसर होने वाला है। सिर्फ देशवासियों की ही नहीं, दुनियाभर की नज़रें इस दिन अयोध्या में राम मंदिर में होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पर ही रहेगी। दुनियाभर की मीडिया भी इस खास अवसर को कवर करेंगी। लंबे समय से हर हिंदू को इस पल का इंतज़ार था और अब इसमें कुछ दिन ही बाकी रह गए हैं। पर प्राण-प्रतिष्ठा से कुछ दिन पहले ही नेपाल में कुछ ऐसा मिला है जिसने पहले ही 2024 में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की भविष्यवाणी कर दी थी।


नेपाल में मिले डाक टिकट ने की थी भविष्यवाणी

नेपाल में हाल ही में एक डाक टिकट मिला है। यह डाक टिकट 18 अप्रैल, 1967 को जारी किया गया था। इस डाक टिकट पर भगवान राम और सीता माता बने हुए हैं और इसे रामनवमी के अवसर पर जारी किया गया था। इस डाक टिकट ने 2024 में राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा की भविष्यवाणी कर दी थी।

कैसे की थी भविष्यवाणी?

57 साल पुराने डाक टिकट भारतीय विक्रम संवत के अनुसार साल भी अंकित था। विक्रम संवत 57 साल आगे चलता है और इस वजह से उस डाक टिकट पर 2024 अंकित था। राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा भी 2024 में ही हो रही है। हालांकि यह विक्रम संवत के अनुसार नहीं है, पर फिर भी इसे भविष्यवाणी के तौर पर देखा जा रहा है। साथ ही यह डाक टिकट वायरल भी हो रहा है।

नेपाल में भी ही राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा के लिए उत्साह

नेपाल में कई हिंदू रहते हैं। ऐसे में नेपाल में भी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में हो रही प्राण-प्रतिष्ठा के लिए उत्साह है। 14 जनवरी से 25 जनवरी तक अयोध्या में सरयू नदी के तट पर 1008 नर्मदेश्वर शिवलिंगों की स्थापना के साथ एक भव्य ‘राम नाम महायज्ञ’ का आयोजन भी किया जा रहा है। इस महायज्ञ के आयोजन के लिए ही नेपाल से 21 हज़ार पुजारी भी अयोध्या आए हैं। इस महायज्ञ में आत्मानंद दास महात्यागी उर्फ नेपाली बाबा भी शामिल हुए हैं और इसका आयोजन कर रहे हैं।


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