
America needs friend in India, says Nikki Haley (Photo - Patrika Graphics)
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कई सालों के द्विपक्षीय संबंधों को ताक पर रखते हुए भारत (India) पर 25% बेस टैरिफ और 25% अतिरिक्त टैरिफ, यानी कि कुल 50% टैरिफ लगाया है। ट्रंप कह रहे हैं कि भारत के रूस (Russia) से तेल खरीदने की वजह से उन्होंने यह टैरिफ लगाया है, पर कई एक्सपर्ट्स यह दावा कर रहे हैं कि इसकी असली वजह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) का भारत-पाकिस्तान सीज़फायर के लिए ट्रंप को क्रेडिट नहीं देना है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे ट्रंप के अहंकार को ठेस पहुंची है। ट्रंप के 'टैरिफ वॉर' से भारत और अमेरिका के संबंधों में दरार पड़ गई है। अब इस बारे में निक्की हेली (Nikki Haley) ने बड़ी बात कही है।
भारत और अमेरिका के संबंधों में पड़ी दरार पर बात करते हुए निक्की ने कहा, "एशिया में चीन के प्रभुत्व को चुनौती देने वाला भारत एकमात्र देश है। दुनियाभर में चीन का कद बढ़ रहा है। ऐसे में भारत के साथ 25 वर्षों के संबंधों को खराब करना एक रणनीतिक आपदा होगी। चीन का सामना करने के लिए अमेरिका को भारत की दोस्ती की ज़रूरत है।"
निक्की ने आगे कहा, "ट्रंप का भारत का रूस से तेल खरीदने की आलोचना करना और उसे टार्गेट करना सही है, लेकिन भारत के साथ एक मूल्यवान, स्वतंत्र और लोकतांत्रिक पार्टनर की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए, न कि चीन जैसे प्रतिद्वंद्वी की तरह, जो तेल खरीदने के मामले में रूस के सबसे बड़े ग्राहकों में से एक होने के बावजूद, अब तक रूस से तेल खरीदने के प्रतिबंधों से बचता रहा है।"
निक्की ने अमेरिका के लिए भारत के महत्व के बारे में बात करते हुए कहा, "अमेरिका को अपनी महत्वपूर्ण आपूर्ति श्रृंखलाओं को चीन से दूर ले जाने में मदद करने के लिए भारत अत्यंत महत्वपूर्ण है। कपड़ा, सस्ते फोन और सौर पैनल जैसे उत्पादों का, जिनका उत्पादन अमेरिका में शीघ्रता से या कुशलता से नहीं किया जा सकता, चीन जैसे पैमाने पर उत्पादन करने की क्षमता के मामले में भारत अकेला देश है। अमेरिका, इज़रायल और अन्य अमेरिकी सहयोगियों के साथ भारत के बढ़ते सैन्य संबंध इसे फ्री वर्ल्ड की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण परिसंपत्ति और अमेरिकी रक्षा उपकरणों एवं सहयोग के लिए एक तेज़ी से बढ़ता बाज़ार बनाते हैं। चीन के महत्वपूर्ण व्यापार और ऊर्जा प्रवाह के केंद्र में भारत का स्थान किसी बड़े संघर्ष की स्थिति में चीन के विकल्पों को जटिल बना सकता है।"
भारत के उदय के बारे में बात करते हुए निक्की ने कहा, "भारत का उदय चीन के बाद सबसे महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक घटना है और वैश्विक व्यवस्था को नया रूप देने के चीन के लक्ष्य की राह में सबसे बड़ी बाधाओं में से एक है। सीधे शब्दों में कहें तो, जैसे-जैसे भारत की शक्ति बढ़ेगी, चीन की महत्वाकांक्षाएं कम होती जाएंगी। कम्युनिस्ट-नियंत्रित चीन के विपरीत एक लोकतांत्रिक भारत का उदय, फ्री वर्ल्ड के लिए ख़तरा नहीं है। भारत को अपने बढ़ते आक्रामक उत्तरी पड़ोसी के सामने आर्थिक और सैन्य दोनों ही रूपों में खड़ा होने में मदद करना अमेरिका के हितों की पूर्ति करेगा।"
निक्की, जो अमेरिकी राज्य साउथ कैरोलाइना की पूर्व गर्वनर और यूनाइटेड नेशन्स में पूर्व अमेरिकी राजदूत होने के साथ ही रिपब्लिकन पार्टी से भी हैं। रिपब्लिकन पार्टी से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी में भी निक्की ने ट्रंप को टक्कर दी थी, लेकिन बाद में उन्हें अपनी दावेदारी वापस लेनी पड़ी। निक्की का भारत से भी कनेक्शन है। निक्की का जन्म अमेरिका में भारत से आकर रह रहे सिख परिवार में हुआ था और उनका नाम निम्रता निक्की रंधावा रखा गया था। निक्की, समय-समय पर भारत से अपने कनेक्शन के बारे में गर्व से बात करती हैं।
Published on:
21 Aug 2025 02:01 pm
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