9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भी छात्रों का ज़बरदस्त  हिंसक प्रदर्शन, इस बार यह है मामला

Bangladesh student protests: बांग्लादेश में छात्र राजनीति पर प्रतिबंध और विश्वविद्यालय में सत्ता संघर्ष से विवाद बढ़ गया है, जिससे देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

3 min read
Google source verification

भारत

image

MI Zahir

Feb 20, 2025

Bangladesh Violence

Bangladesh student protests: बांग्लादेश में शेख हसीना (Sheikh Hasina) का तख्ता पलट होने और मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) के सत्ता में आने के बाद भी हिंसा का दौर जारी है। बांग्लादेश में छात्रों के बीच इस बार राजनीतिक विचारधाराओं को लेकर हिंसक झड़पें (Bangladesh student protests) हुई हैं, जो पिछले साल के आंदोलन से पैदा हुई असहमति का परिणाम हैं। हालांकि सत्ता बदल चुकी है, मगर देश में हालात अब भी सामान्य नहीं हुए हैं। ध्यान रहे कि पिछले साल बांग्लादेश के छात्र संगठन "Students Against Discrimination" (SAD) ने विरोध प्रदर्शन किए थे, जो बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के 15 साल के सख्त शासन के अंत का कारण बने थे। अब, एक बार फिर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस बार वे एक-दूसरे के खिलाफ हैं।

छात्रों के बीच हिंसक झड़पें, 150 से अधिक छात्र घायल हो गए

इस सप्ताह बांग्लादेश के खुलना विश्वविद्यालय (Khulna University of Engineering and Technology - KUET) में छात्रों के बीच हिंसक झड़पें हुईं, जिसमें 150 से अधिक छात्र घायल हो गए। यह संघर्ष उन छात्रों के समूहों के बीच हुआ जो पिछले साल के राष्ट्रीय आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके थे और जिन्होंने शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया था। झड़प का कारण विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति पर प्रतिबंध लगाने का मुद्दा बताया जा रहा है।

संघर्ष की शुरुआत,कामकाज ठप हो गया

हिंसा मंगलवार दोपहर को उस समय शुरू हुई जब बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के युवा संगठन जतियोटबादी छात्र दल (JCD) ने खुलना विश्वविद्यालय में छात्रों की भर्ती शुरू की। इससे Students Against Discrimination (SAD) के छात्रों के साथ संघर्ष हुआ, जो पिछले साल शेख हसीना को हटाने वाले आंदोलन का हिस्सा थे। झड़प के कारण विश्वविद्यालय का कामकाज ठप हो गया, और छात्रों ने विश्वविद्यालय के उपकुलपति मोहम्मद मसूद से इस्तीफे की मांग की। रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार रात प्रदर्शनकारी छात्रों ने मसूद और अन्य अधिकारियों को विश्वविद्यालय परिसर में बंद कर दिया।

50 लोग उपचार के लिए अस्पताल ले जाए गए

खुलना पुलिस अधिकारी कबीर हुसैन ने AFP को बताया कि झड़प के बाद कम से कम 50 लोग उपचार के लिए अस्पताल ले जाए गए। उन्होंने बताया, "स्थिति अब नियंत्रण में है, और पुलिस की अतिरिक्त टुकड़ी तैनात की गई है।" हिंसा के फुटेज में विरोधी समूहों को दरांती और चाकू जैसे हथियारों के साथ झड़प करते और घायल छात्रों को अस्पताल ले जाते हुए भी दिखाया गया है।। यह वीडियो फेसबुक पर व्यापक रूप से शेयर किया गया।

दोनों समूह एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं

दोनों छात्र समूहों ने एक-दूसरे पर हिंसा शुरू करने का आरोप लगाया। BNP के छात्र विंग के प्रमुख नासिर उदीन नासिर ने SAD और बांग्लादेश छात्र शिबिर (जमात-ए-इस्लामी का छात्र संगठन) पर हालिया हमले की शुरुआत करने उकसाने का आरोप लगाया। स्थानीय छात्र अबाएद उल्लाह ने कहा कि JCD ने विश्वविद्यालय परिसर में छात्र राजनीति पर प्रतिबंध रखने के फैसले की अनदेखी की थी और "जमात" की कोई उपस्थिति नहीं थी। इस घटना के बाद बांग्लादेश के अन्य हिस्सों में छात्रों में गुस्सा फूट पड़ा और मंगलवार रात ढाका विश्वविद्यालय में BNP के युवा विंग के खिलाफ एक विरोध प्रदर्शन किया गया।

छात्र विरोध और शेख हसीना का पतन

पिछले साल "भेदभाव के ख़िलाफ़ छात्र" (Students Against Discrimination) ने आंदोलन शुरू किया था, जिसने शेख हसीना की सरकार को उखाड़ फेंका और उन्हें देश से निर्वासित कर दिया। इस आंदोलन में BNP के कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया, हालांकि सरकार ने विरोध प्रदर्शन को हिंसक तरीके से दबाया था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। अब, BNP के सत्ता में लौटने की संभावना है, क्योंकि अगले साल मध्य में आम चुनाव होने की उम्मीद है, जो वर्तमान कार्यवाहक सरकार की निगरानी में होंगे ।

छात्र नेताओं का नया राजनीतिक समूह

वर्तमान में, छात्र नेताओं ने शेख हसीना की सत्ता से हटाने के बाद उस सफलता को एक स्थायी राजनीतिक शक्ति में बदलने के लिए संघर्ष किया है। छात्र नेता अब एक नया राजनीतिक दल बनाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने पहले "जतिया नागोरिक समिति (JNC)" नामक एक प्लेटफ़ॉर्म बनाया था, जो विभिन्न पृष्ठभूमियों और राजनीतिक विचारधाराओं लोगों को एकजुट करने के उद्देश्य से बनाया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, ये छात्र नेता 24 फरवरी को अपनी नई पार्टी की घोषणा कर सकते हैं।

बांग्लादेश में आगामी चुनाव 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में

इस बीच अगस्त में हुए विद्रोह के बाद बनी बांग्लादेश कीअंतरिम सरकार के प्रमुख बने मुहम्मद यूनुस ने घोषणा की है कि बांग्लादेश में 2025 के अंत या 2026 की शुरुआत में आम चुनाव होंगे।

ये भी पढ़ें:E-Visa Service: भारत समेत 45 देशों के लिए Ukraine ने फिर से शुरू की ई-वीज़ा सेवा

क़र्ज़ तले दबता जा रहा है बांग्लादेश, 78.06 बिलियन डॉलर का बक़ाया, जानिए इस रिपोर्ट में हुआ यह ख़ुलासा