
Pakistan Scientists
TTP abduction of Pakistani nuclear scientists : पाकिस्तान में एक और गंभीर सुरक्षा संकट उत्पन्न हो गया है, जब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादियों ने 14 पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिकों (Nuclear Scientists) का अपहरण (Abduction) कर लिया। इस घटना के बाद, पाकिस्तान ( Pakistan) की सरकार और सेना दोनों ने इस हमले के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Prime Minister Shehbaz Sharif) ने तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया है। यह अपहरण पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा उत्पन्न करता है, क्योंकि पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम दुनियाभर में सुरक्षा और आतंकवाद के संदर्भ में एक संवेदनशील मुद्दा माना जाता है।
यह घटना अफगानिस्तान से सटे पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र में हुई। TTP ने एक सुनियोजित हमले के तहत 14 प्रमुख पाकिस्तानी परमाणु वैज्ञानिकों का अपहरण कर लिया, जो एक विशेष परियोजना पर काम कर रहे थे। ये वैज्ञानिक पाकिस्तान के परमाणु अनुसंधान और विकास कार्यक्रम से जुड़े थे, और उनके अपहरण को लेकर पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियां चिंतित हैं।
अपहरण की घटना के बाद, TTP ने पाकिस्तानी सरकार से अपनी मांगों का एक ज्ञापन भेजा है, जिसमें उन्होंने कई आतंकवादियों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को रोकने की मांग की है। इसके साथ ही, वे पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने की धमकी भी दे रहे हैं, जो पूरी दुनिया के लिए एक बड़े खतरे का कारण बन सकता है।
इस घटना के बाद पाकिस्तान सरकार और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। पीएम शहबाज शरीफ ने देश की सुरक्षा एजेंसियों से अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने इस घटना को पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती बताया और इसे आतंकवादियों के खिलाफ "न्याय की जीत" के रूप में देखा।
प्रधानमंत्री ने कहा,"हम किसी भी कीमत पर इन वैज्ञानिकों को सुरक्षित रिहा करेंगे, और इस तरह की घटनाओं को सहन नहीं करेंगे," । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पाकिस्तान अपनी परमाणु सुरक्षा को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और इस प्रकार के आतंकवादी कृत्यों को किसी भी स्थिति में माफ नहीं किया जाएगा।
पाकिस्तान में इस गंभीर घटना के बाद, है। दुनिया भर के विशेषज्ञों और सुरक्षा विश्लेषकों ने इस घटना को पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बताया है। कई देशों ने पाकिस्तान को परमाणु कार्यक्रम की सुरक्षा बढ़ाने और आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की सलाह दी है।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और पाकिस्तान से अपहरणकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी इस घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए आतंकवाद के खिलाफ और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि TTP, जो पाकिस्तान में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार है, अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष समर्थन प्राप्त कर सकता है। पाकिस्तान के लिए यह एक और गंभीर समस्या बन गई है, क्योंकि अफगानिस्तान में तालिबान सरकार की ओर से इन आतंकवादी संगठनों को छिपने और प्रशिक्षण लेने की छूट मिली है।
पाकिस्तान सरकार का कहना है कि तालिबान ने पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले आतंकवादी हमलों पर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस बारे में सार्वजनिक रूप से कहा है कि यदि अफगानिस्तान में छिपे हुए TTP आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है, तो पाकिस्तान को अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए कदम उठाने होंगे।
पाकिस्तान के सुरक्षा बलों के लिए यह स्थिति अत्यधिक तनावपूर्ण है, क्योंकि यह घटना सिर्फ एक अपहरण नहीं, बल्कि पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम के साथ जुड़ी हुई है। पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिकों का अपहरण न केवल पाकिस्तान के लिए बल्कि अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा हो सकता है। पाकिस्तान के पास दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते परमाणु arsenals में से एक है, और किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक से वैश्विक सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है।
पाकिस्तान के सुरक्षा बलों ने इस मामले में अपनी पूरी ताकत लगा दी है, और उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया जाएगा और वैज्ञानिकों को सुरक्षित रूप से रिहा कर लिया जाएगा। साथ ही, सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा में कोई भी सेंध नहीं लगने दी जाएगी और इस प्रकार के आतंकी कृत्यों को पूरी ताकत से नष्ट किया जाएगा।
बहरहाल पाकिस्तान की सरकार और सेना के लिए यह एक बड़ा परीक्षण है, जो न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा बल्कि वैश्विक सुरक्षा को प्रभावित कर सकता है। यदि TTP के आतंकवादी अपनी धमकियों को आगे बढ़ाते हैं और परमाणु वैज्ञानिकों के साथ कुछ अप्रत्याशित करते हैं, तो इसके गंभीर अंतरराष्ट्रीय परिणाम हो सकते हैं। पाकिस्तान की सरकार ने अपनी पूरी ताकत से इस संकट को सुलझाने का निर्णय लिया है, और उम्मीद है कि वे इस चुनौती का सामना करने में सफल होंगे।
Updated on:
09 Jan 2025 06:21 pm
Published on:
09 Jan 2025 06:19 pm
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