
अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (photo - IANS)
India Pakistan ceasefire: भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव (IndiaPakistan Conflict) के बीच एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump)की पहल पर, दोनों देशों ने सीजफायर (Ceasefire) करने का निर्णय लिया है। यह निर्णय दोनों देशों के बीच संभावित युद्ध से बचने और शांति की दिशा में एक कदम माना जा रहा है। भारत सरकार ने इस फैसले की पुष्टि की है और बताया कि दोनों देशों के बीच अब तक की सबसे गंभीर सैन्य टकराव की स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। सीजफायर के बाद, दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को रोकने का फैसला किया है, जिससे सीमा पर सुरक्षा स्थिति में सुधार की संभावना बन रही है।
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया,पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारत के डीजीएमओ को फोन किया। उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष शाम 5 बजे IST से ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी प्रकार की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे
भारत सरकार ने इस निर्णय को लेकर एक और अहम बयान जारी किया है। भारत ने स्पष्ट किया है कि सीजफायर के बावजूद, भविष्य में यदि पाकिस्तान से किसी भी प्रकार की आतंकी कार्रवाई होती है, तो इसे भारत के खिलाफ युद्ध के रूप में देखा जाएगा और उसी के अनुसार कड़ा जवाब दिया जाएगा।
भारत सरकार ने यह जानकारी दी कि, “भारत ने फैसला किया है कि पाकिस्तान के किसी भी आतंकी हमले को राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ युद्ध के रूप में लिया जाएगा और उसी तरह की सैन्य प्रतिक्रिया दी जाएगी। यह फैसला केवल सीमाओं पर शांति बनाए रखने के लिए नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए भी है।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंपने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बाद दोनों देशों के नेताओं से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और शांति स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। ट्रंप के आग्रह पर, दोनों देशों ने बातचीत की और सीजफायरके लिए सहमति जताई। अमेरिकी प्रशासन ने भी इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भूमिका निभाई, जिससे दोनों देशों के बीच एक नयां विश्वास बनाने में मदद मिली।
पाकिस्तान ने भी सीजफायर के फैसले का स्वागत किया है, हालांकि पाकिस्तान ने यह भी स्पष्ट किया कि यह सीजफायर केवल एक अस्थायी समझौता है और यदि भारत किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई करता है, तो पाकिस्तान अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार रहेगा। पाकिस्तान के सैन्य सूत्रों ने यह भी कहा कि देश भारत के साथ शांति और स्थिरता चाहता है, लेकिन अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए कोई भी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।
इस सीजफायर के बाद, दोनों देशों के रिश्तों में तनाव में कमी की संभावना जताई जा रही है। सीमा पर सैनिकों की तैनाती में कमी हो सकती है, जिससे आने वाले समय में संघर्ष कम होने की उम्मीद है। इसके अलावा, कश्मीर मुद्दा, जो दोनों देशों के बीच हमेशा से एक विवाद का कारण रहा है, इस समझौते के दौरान किसी नई कूटनीतिक पहल के साथ हल करने की संभावना हो सकती है।
हालांकि, सीजफायर के बाद भी दोनों देशों के बीच कई संवेदनशील मुद्दों पर बातचीत जारी रखनी होगी, जैसे कि कश्मीर, आतंकवाद, और सीमा पर स्थिति। दोनों देशों को एक मजबूत विश्वास निर्माण और कूटनीतिक उपायों की आवश्यकता होगी, ताकि इस समझौते को आगे बढ़ाया जा सके और दोनों देशों के बीच स्थिरता आ सके।
Updated on:
10 May 2025 08:14 pm
Published on:
10 May 2025 05:50 pm
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