
Mike Lynch
Mike Lynch: ब्रिटेन के बिल गेट्स कहे जाने वाले दिग्गज बिजनेसमैन माइक लिंच की मौत हो गई है। उनका शव उनके ही सुपरयाट में पाया गया। ये याट लगभग एक हफ्ते पहले सिसिली के तट पर डूब गया था। 59 साल के माइक लिंच के कद को आप इस तथ्य से समझ सकते हैं कि उन्हें ब्रिटेन का ‘बिल गेट्स’ (Bill Gates) तक कहा जाता था। बता दें कि इस याट में लिंच की पत्नी एंजेला बकारेस और बेटी हन्नाह के अलावा 10 क्रू मेंबर्स और 12 यात्री थे। इनमें से लिंच की पत्नी एंजेला समेत 14 लोगों को बचा लिया गया था। वहीं उनकी बेटी हन्नाह अभी भी लापता है। कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि हन्नाह की मौत हो चुकी है हालांकि इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
बता दें कि एक हफ्ते पहले इटली के पलेर्मो प्रांत के एक छोटे से मछली पकड़ने वाले गांव पोर्टिसेलो के तट पर एक विशाल जहाज (याट) डूब गया था। जब ये हादसा हुआ तब ये पता नहीं चला था कि ये जहाज किसका है, लेकिन जब इसकी जांच हुई तब पता चला कि ये डूबा जहाज ब्रिटेन के दिग्गज कारोबारी माइक लिंच की पत्नी एंजेला का है और ये भी पता चला कि इस याट में उनके पति लिंच और बेटी भी मौजूद हैं। बता दें कि 2 महीने पहले ही लिंच ने हेवलेट पैकर्ड के आरोपों पर एक ऐतिहासिक अमेरिकी मुकदमे में शानदार जीत हासिल की थी।
ब्रिटेन के बिल गेट्स कहे जाने वाल माइक लिंच का जन्म 1965 में आयरिश परिवार में पूर्वी लंदन के एक बड़े शहर इलफोर्ड में हुआ था। उनकी मां एक नर्स थीं और उनके पिता एक फायरमैन थे। कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक्स, गणित और जीव विज्ञान में पढ़ाई की। यहां से स्नातक करने के बाद लिंच ने सिग्नल प्रोसेसिंग और संचार में Ph.D किया।
1980 के दशक के आखिरी में लिंच ने लिनेट सिस्टम्स लिमिटेड की स्थापना की, जो एक फर्म थी जो संगीत उद्योग के लिए डिज़ाइन और ऑडियो उत्पाद तैयार करती थी। 1990 के दशक की शुरुआत में उन्होंने कैम्ब्रिज न्यूरोडायनामिक्स नामक फिंगरप्रिंट पहचान के कारोबार की स्थापना की। जिसका इस्तेमाल सबसे पहले दक्षिण यॉर्कशायर पुलिस ने किया। "
माइक लिंच को बड़ा ब्रेक 1996 में ऑटोनॉमी से मिला, जिसे उन्होंने कैंब्रिज न्यूरोडायनामिक्स के स्पिनऑफ के रूप में डेविड टैबिज़ेल और रिचर्ड गौंट के साथ सह-स्थापित किया था। कंपनी ब्रिटेन की सबसे बड़ी तकनीकी कंपनियों में से एक बन गई। उन्होंने पैटर्न-मिलान एल्गोरिदम से बने ऑटोनॉमी के सॉफ़्टवेयर को एक ऐसे समाधान के रूप में पेश किया गया था जो कर्मचारियों को वेब पेज, ईमेल, वीडियो, ऑडियो और टेक्स्ट सहित असंरचित डेटा से अर्थ निकालने में मदद कर सकता है।
ये पैटर्न पहचान तकनीक बायेसियन अनुमान पर आधारित थीं, सांख्यिकीय अनुमान की एक विधि जिसका नाम 18वीं शताब्दी के सांख्यिकीविद् थॉमस बेयस द्वारा विकसित एक प्रमेय के नाम पर रखा गया था।
Updated on:
23 Aug 2024 04:31 pm
Published on:
23 Aug 2024 04:29 pm
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