23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Explainer: क्या है हमास के हमले का क्रिप्टो कनेक्शन, आतंकी संगठनों को मजबूत तो नहीं बना रहा!

Crypto: आतंकी संगठन हमास ने इजरायल के खिलाफ इतने बड़े पैमाने पर व्यवस्थित हमले के लिए संसाधन कैसे जुटाए? इसका जवाब क्रिप्टोकरेंसी में छिपा हुआ है।  

2 min read
Google source verification
 crypto connection hamas attack making terrorist organizations stronger


अमरीकी ट्रेजरी डिपार्टमेंट का कहना है कि क्रिप्टो में कई ऐसी कमियां हैं जिनका इस्तेमाल करके आतंकी और क्रिमिनल ग्रुप फंडिंग प्राप्त कर सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि दुनिया में आतंकी फंडिंग में क्रिप्टोकरेंसी का हिस्सा 20% है। क्रिप्टो करेंसी जैसे फंडिंग टूल में भुगतान को ट्रैक करना मुश्किल होता है और केंद्रीय बैंकिंग के नियमों से बच निकला जा सकता है। वर्ष 2023 की पहली छमाही के दौरान हमास और उससे जुड़े फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (पीआइजे) समूह की ओर से नियंत्रित क्रिप्टोकरेंसी खातों में 134 मिलियन डालर से अधिक ट्रांसफर हुए थे।

कहां से आया इतना धन ?

एक घोषित आतंकी संगठन के रूप में हमास को अंतरराष्ट्रीय बैंकिंग प्रणाली से बाहर कर दिया गया है। हमास को सीधे तौर पर कहीं से भी फंडिंग नहीं मिल सकती। ऐसे में हमास ने क्रिप्टो करेंसी से धन जुटाया। हमले से पहले के वर्षों में हमास को क्रिप्टोकरेंसी के रूप में बड़ी मात्रा में धन बिटकॉइन, स्टेबलकॉइन टेदर, डॉगकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी के रूप में मिला।

अधिकांश धन खाड़ी क्षेत्र में प्रवासियों या निजी दानदाताओं से आया है। अमरीकी सीनेटर एलिजाबेथ वॉरेन कहना है कानून निर्माताओं और नियामकों के लिए हमास से जुड़े डिजिटल वॉलेट को क्रिप्टोकरेंसी में लाखों डॉलर मिलना एक चेतावनी भी है और चुनौती भी।

क्रिप्टोकरेंसी ही क्यों?

यह एक विकेंद्रित आभासी मुद्रा है। इसमें निगरानी के लिए केंद्रीय बैंक जैसी कोई संस्था नहीं होती। भुगतान किसे किया जा रहा है, कितना किया जा रहा है या कौन कर रहा है आदि का पता लगाना मुश्किल है। इसे कोई सरकार, बैंक या संस्था नियंत्रित नहीं कर सकती। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से इसमें लेन-देन गुप्त और सुरक्षित होता है। ऐसे में इस करेंसी को कहां यूज किया गया है इसका पता लगाना मुश्किल है, इसी का फायदा आतंकी संगठन उठाते हैं।

ये भी पढ़ें: Israel के दौरे पर जाएंगे अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दी जानकारी