
Deadly Suicide Attack in Nigeria
Deadly Suicide Attack in Nigeria : नाइजीरिया (Nigeria) में आत्मघाती हमले में कमांडर सहित 27 सैनिक मारे गए और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।" यह हाल के वर्षों में सैनिकों (soldiers)को निशाना बनाकर किया गया सबसे घातक आत्मघाती हमला (suicide attack)है। एक सैन्य अधिकारी ने कहा, इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकवादियों के गढ़ पर सैनिकों ने बोर्नो (Borno) और योबे राज्यों में फैले बंजर भूमि में जमीनी हमला शुरू किया था। इस संबंध में 2030 GMT के आसपास हुए हमले के बारे में एक अन्य अधिकारी ने कहा, "अंधेरा था, जिससे सैनिकों के लिए आसपास का स्पष्ट दृश्य देखना मुश्किल हो गया।"
उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है क्योंकि कुछ घायलों की हालत "गंभीर" है। दो सैन्य अधिकारियों ने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने टिम्बकटू ट्राइएंगल में इस्लामिक स्टेट वेस्ट अफ्रीका प्रोविंस (आईएसडब्ल्यूएपी) को निशाना बनाते हुए आगे बढ़ रहे सैनिकों के एक काफिले में घने पत्तों में छुपाए गए अपने विस्फोटकों से भरे वाहन को घुसा दिया।
दोनों अधिकारियों ने पहचान उजागर न करने को कहा, क्योंकि वे घटना पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं थे। नाइजीरियाई सैन्य अधिकारी हमले पर टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे। ध्यान रहे कि ISWAP 2016 में मुख्य धारा बोको हराम से अलग होकर पूर्वोत्तर में प्रमुख आतंकवादी गुट बन गया। उन्होंने अब तक बोको हराम के नियंत्रण वाले क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया, जिसमें टिम्बकटू ट्राइएंगल और साम्बिसा जंगल भी शामिल था, जो एक गेम रिज़र्व था और जिहादियों का गढ़ बन गया था। यह समूह सैनिकों को निशाना बनाने के लिए सड़क किनारे बारूदी सुरंगें बिछाने और विस्फोटकों से भरे वाहनों को चलाने के लिए कुख्यात है। ISWAP 2016 में मुख्य धारा बोको हराम से अलग होकर पूर्वोत्तर में प्रमुख आतंकवादी गुट बन गया।
उन्होंने अब तक बोको हराम के नियंत्रण वाले क्षेत्र पर कब्ज़ा कर लिया, जिसमें टिम्बकटू ट्राइएंगल और साम्बिसा जंगल भी शामिल था, जो एक गेम रिज़र्व था और जिहादियों का गढ़ बन गया था। यह समूह सैनिकों को निशाना बनाने के लिए सड़क किनारे बारूदी सुरंगें बिछाने और विस्फोटकों से भरे वाहनों को चलाने के लिए कुख्यात है।
पिछले साल जुलाई में सात सैनिक मारे गए थे, जब उनका वाहन एक गाँव में बारूदी सुरंग से टकरा गया था जहां ISWAP सक्रिय है। यहां 15 साल पुराने संघर्ष में 40,000 लोग मारे गए और पूर्वोत्तर में लगभग 20 लाख लोग अपने घरों से विस्थापित हुए। हिंसा पड़ोसी नाइजर, चाड और कैमरून में फैल गई, जिससे उग्रवादियों से लड़ने के लिए एक क्षेत्रीय बल का निर्माण हुआ।
Published on:
26 Jan 2025 07:10 pm
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