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‘हम लड़ना नहीं चाहते, लेकिन डरते भी नहीं है, ज़रूरत पड़ी तो जवाबी कार्रवाई करेंगे,’ चीन ने इस वजह से ट्रंप को दी धमकी

चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमरीका के ये कदम द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को नुकसान पहुंचाएंगे, लेकिन बीजिंग 'लड़ने से नहीं डरता'। यह ऐलान चीन के हालिया रेयर अर्थ मिनरल्स पर निर्यात प्रतिबंधों के जवाब में आया है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और हाई-टेक उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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भारत

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Siddharth Rai

Oct 12, 2025

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और शी जिनपिंग (Photo - ANI)

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आयातित सभी सामानों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का बड़ा ऐलान कर दिया है। यह कदम 1 नवंबर 2025 से लागू होगा, जो वर्तमान टैरिफ दरों के ऊपर अतिरिक्त होगा। ट्रंप की इस घोषणा के साथ ही महत्वपूर्ण अमेरिकी सॉफ्टवेयर पर सख्त निर्यात नियंत्रण भी थोपे जाएंगे। जवाब में चीन ने इसे 'मनमाना दोहरा मापदंड' करार देते हुए कड़ी निंदा की है और रक्षात्मक कार्रवाई की बड़ी चेतावनी जारी की है।

चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमरीका के ये कदम द्विपक्षीय व्यापार वार्ता को नुकसान पहुंचाएंगे, लेकिन बीजिंग 'लड़ने से नहीं डरता'। यह ऐलान चीन के हालिया रेयर अर्थ मिनरल्स पर निर्यात प्रतिबंधों के जवाब में आया है, जो इलेक्ट्रॉनिक्स, बैटरी और हाई-टेक उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में चीनी आयात पर औसतन 30-55% टैरिफ लगता है, लेकिन नया 100% टैरिफ इसे 130-155% तक पहुंचा देगा, जो व्यावहारिक रूप से व्यापार पर पूर्ण प्रतिबंध जैसा होगा।

रविवार को चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "यह चीन के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं और आर्थिक-व्यापारिक संबंधों को स्थिर रखने के प्रयासों को कमजोर करते हैं। अमेरिका ने मैड्रिड में हालिया व्यापार वार्ता के बाद भी लगातार नए प्रतिबंध लगाए हैं, कई चीनी कंपनियों को ब्लैकलिस्ट में डाला है। हर कदम पर ऊंचे टैरिफ की धमकी देना बातचीत का सही तरीका नहीं है।" मंत्रालय ने जोर देकर कहा, "चीन लड़ना नहीं चाहता, लेकिन लड़ने से डरता भी नहीं। आवश्यकता पड़ने पर जवाबी कार्रवाई करेंगे।"

चीन ने अमरीका से जुड़े जहाजों पर विशेष पोर्ट शुल्क लगाने का ऐलान भी किया है, जिसे नए टैरिफ के खिलाफ 'आवश्यक रक्षात्मक कदम' बताया गया। मंत्रालय ने चेतावनी दी, "अगर अमेरिका अपने रुख पर अड़ा रहा, तो चीन अपने वैध अधिकारों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।" बीजिंग के एक निवासी ने कहा, "अमेरिकी प्रतिबंधों से चीन अब नहीं डरता। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो चुकी है।" हालांकि, कुछ विश्लेषकों का मानना है कि चीन का दर्द थ्रेशोल्ड ऊंचा है, लेकिन वैश्विक मंदी का खतरा बढ़ सकता है।

बता दें ट्रंप ने शुक्रवार देर रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए कहा, "चीन ने व्यापार में असाधारण आक्रामक रुख अपनाया है। उन्होंने दुनिया को एक शत्रुतापूर्ण पत्र भेजा है, जिसमें 1 नवंबर 2025 से लगभग हर उत्पाद पर बड़े पैमाने पर निर्यात नियंत्रण लगाने की बात कही गई है। यह नैतिक अपमान है। इसलिए, अमेरिका 1 नवंबर (या चीन के आगे के कदमों के आधार पर पहले) से चीन पर 100% टैरिफ लगाएगा, जो वर्तमान टैरिफ से अधिक होगा।" ट्रंप ने साथ ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ आगामी मुलाकात पर सवाल उठाते हुए कहा कि अब ऐसी बैठक का कोई कारण नहीं दिखता।"