
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Photo- ANI)
Donald Trump popularity decline: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) की लोकप्रियता तेजी से कम हो रही है। नए सर्वे में उनकी अनुमोदन रेटिंग पिछले सभी रिकॉर्ड से नीचे जा पहुंची है। चुनावों से पहले आर्थिक संकट और उनकी नीतियों पर बढ़ती नाराजगी के कारण ट्रंप ( Trump) की छवि पर भारी असर पड़ा है। ट्रंप अक्सर खुद को सबसे बेहतर और देश के सबसे बड़े नेता के तौर पर दिखाते हैं। उनका यह मनमाना और कभी-कभी विवादित व्यवहार लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। उनकी ये आदतें ही उनकी लोकप्रियता का ग्राफ गिरने (Donald Trump popularity decline) का एक बड़ा कारण मानी जा रही हैं। YouGov के ताज़ा सर्वे में उनकी अनुमोदन रेटिंग अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है। चुनावों से पहले उनकी राजनीतिक चुनौतियाँ और बढ़ गई हैं। बढ़ते आर्थिक संकट और उनकी नीतियों के चलते उनके समर्थकों की संख्या में कमी आ रही है।
डोनाल्ड ट्रंप अक्सर खुद को सबसे बड़ा नेता और अमेरिका का सबसे बेहतर राष्ट्रपति बताने में लगे रहते हैं। उनका यह मनमाना और कभी-कभी आक्रामक व्यवहार अब लोगों को रास नहीं आ रहा। यही वजह है कि उनकी लोकप्रियता लगातार गिर रही है।
अमेरिकी जनता महंगाई, बढ़ती बेरोजगारी और टैरिफ के बढ़े हुए खर्चों से परेशान है। ये आर्थिक परेशानियाँ ट्रंप के खिलाफ मतदाताओं की नाराजगी को बढ़ा रही हैं, जिससे उनकी रेटिंग गिर रही है। 2026 के चुनावों के करीब आने पर यह स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
विश्लेषकों का मानना है कि ट्रंप की गिरती लोकप्रियता 2026 के मध्यावधि चुनावों पर बड़ा असर डाल सकती है। डेमोक्रेटिक पार्टी को इसका फायदा मिल सकता है क्योंकि वे इस बार सत्ता वापस लेने के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।
हालांकि ट्रंप का दावा है कि रिपब्लिकन पार्टी के अंदर उनका समर्थन अभी भी मजबूत है, लेकिन आम चुनाव में यह समर्थन कमज़ोर पड़ता दिख रहा है। पार्टी के अंदर भी उनकी छवि को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
राजनीति विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप की नीतियों की वजह से बढ़ती महंगाई और टैरिफ के चलते लोगों का खर्च बढ़ा है। इससे उनकी स्वीकृति दर काफी कम हो गई है। फ़ॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की मुद्रास्फीति को लेकर अनुमोदन रेटिंग सिर्फ 36% है।
डोनाल्ड ट्रंप ने जब अप्रैल 2025 में ‘लिबरेशन डे’ के नाम पर चीन, कनाडा और मेक्सिको पर भारी टैरिफ लगाने का ऐलान किया, तो अमेरिका के प्रमुख स्टॉक इंडेक्स में हाहाकार मच गया।
तब क्या हुआ जानें: Dow Jones में करीब 3.2%,S&P 500 में लगभग 3.15% और Nasdaq में तो 4-5% तक की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। इस भारी गिरावट से अमेरिकी बाजारों में लगभग 2 से 3 ट्रिलियन डॉलर का नुक़सान हुआ।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों में लगातार बदलाव और अस्थिरता ने बाजार को चौंकाया। एक तरफ महंगाई का डर,दूसरी ओर व्यापार युद्ध की आशंका।
इन दोहरे दबावों ने निवेशकों को असमंजस में डाल दिया।
ट्रंप जब मंदी के सवाल पर साफ जवाब देने से कतराए, तो इससे बाजार की बेचैनी और भी बढ़ गई।
इस गिरावट का सबसे ज़्यादा असर उन कंपनियों पर पड़ा जो टेक और कंज्यूमर से जुड़ी हैं:
Apple के शेयरों में 9%,Amazon में 7% और Nvidia में 6% तक की गिरावट आई। वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर में Ford, रिटेल में Target, और बैंकिंग में Citigroup जैसे बड़े नामों को भी नुकसान उठाना पड़ा।
हालिया सर्वे में पाया गया है कि ट्रंप को 40% लोगों ने समर्थन दिया, जबकि 55% ने उनका विरोध किया। इससे उनकी शुद्ध अस्वीकृति रेटिंग -15 हो गई है, जो उनके दूसरे कार्यकाल के लिए सबसे खराब रिकॉर्ड है।
ट्रंप की वर्तमान अनुमोदन रेटिंग क्या है?
लगभग 40% लोग उन्हें समर्थन देते हैं, जबकि 55% अस्वीकृत करते हैं।
मुख्य कारण हैं बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी और उनकी कड़ी नीतियाँ, जिनसे लोगों में असंतोष बढ़ा है। ट्रंप की लोकप्रियता में यह गिरावट दिखाती है कि जनता अब आर्थिक स्थिरता और सही नेतृत्व की उम्मीद कर रही है। हालांकि उनके समर्थक अभी भी काफ़ी सक्रिय हैं, लेकिन वास्तविक चुनाव में ये आंकड़े उनकी मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।
चुनाव के लिए ट्रंप की टीम को अब अपने नजरिए में बदलाव लाना होगा। यदि उन्होंने जनता की आर्थिक चिंताओं पर ध्यान नहीं दिया, तो उनकी राजनीतिक पकड़ कमजोर हो सकती है।
हालांकि ट्रंप सोशल मीडिया और रैलियों के माध्यम से अपना समर्थन बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं, आर्थिक मुद्दे उनके समर्थकों में भी चिंता बढ़ा रहे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं।
शेयर बाजार सीधे ट्रंप की लोकप्रियता से नहीं गिरता, लेकिन जब कोई राष्ट्रपति बार-बार नीतियों में बदलाव करता है और अप्रत्याशित बयान देता है, तो इससे आर्थिक अनिश्चितता पैदा होती है। ऐसे माहौल में निवेशक जोखिम लेने से बचते हैं और बाजार में बिकवाली शुरू हो जाती है। ट्रंप की घटती लोकप्रियता और विवादित टैरिफ पॉलिसी ने निवेशकों का भरोसा कमजोर किया है, जिससे शेयर बाजार बार-बार झटके झेल रहा है।
जनता अब आक्रामक और एकतरफा नेतृत्व से थक चुकी है।
सामाजिक मुद्दों और आर्थिक नीतियों पर लचीलापन दिखाने की ज़रूरत है।
मीडिया और विरोधियों से उलझने के बजाय, वे संवाद और समाधान पर ध्यान दें।
यदि ट्रंप ने खुद को बदला, तो उनकी छवि को फिर से सकारात्मक रूप मिल सकता है।
डोनाल्ड ट्रंप की गिरती लोकप्रियता उनके व्यवहार और कड़े निर्णयों से जुड़ी हुई है। अगर वे अपना सार्वजनिक रवैया, नीतिगत रुख और संचार शैली में बदलाव लाते हैं, तो जनता का भरोसा फिर से हासिल कर सकते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बदलाव की रणनीति चुनावों में उन्हें नई ऊर्जा दे सकती है। जनता को आर्थिक राहत और स्थिर नेतृत्व चाहिए और ट्रंप अगर इसे प्राथमिकता दें, तो उनके लिए रास्ते अभी भी खुले हुए हैं।
Published on:
30 Jul 2025 04:10 pm
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