7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Israel-Iran War: युद्ध के मामले में क्या करेगा अमेरिका? 2 हफ्ते में फैसला लेंगे ट्रंप

Trump On Israel-Iran War: इज़रायल और ईरान के बीच चल रहे युद्ध पर अमेरिकी राष्ट्रपति कब फैसला लेंगे? इस बारे में अब व्हाइट हाउस की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने बड़ा अपडेट दिया है।

2 min read
Google source verification

भारत

image

Tanay Mishra

Jun 20, 2025

Donald Trump to make decision within 2 weeks

Donald Trump to make decision within 2 weeks

इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच युद्ध बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस युद्ध का आज आठवां दिन है और दोनों ही पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी इस मामले में समय-समय पर ईरान को धमका रहे हैं। इज़रायल ने तो इस युद्ध में अमेरिका को भी शामिल होने के लिए कहा है। हालांकि अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया है और अमेरिकावासी भी नहीं चाहते कि उनका देश, किसी और के युद्ध में पड़े। हालांकि मन में यह सवाल आना भी स्वाभाविक है कि इस युद्ध में अमेरिका क्या करेगा? इस विषय पर अब बड़ा अपडेट सामने आ गया है।

ट्रंप लेंगे 2 हफ्ते में फैसला

व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने गुरुवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अगले दो हफ्ते में इस बारे में फैसला लेंगे कि अमेरिका ईरान के खिलाफ हमला करेंगा या नहीं।

ईरान के साथ बातचीत की संभावना को देखते हुए लेंगे फैसला

कैरोलिन ने बताया कि ट्रंप का फैसला इस बात पर आधारित होगा कि आने वाले समय में क्या ईरान के साथ बातचीत संभव है या नहीं? इस संभावना को देखते हुए ट्रंप अपना फैसला लेंगे।

यह भी पढ़ें- इज़रायली हमलों से ईरान-पाकिस्तान बॉर्डर पर बढ़ेगी अस्थिरता, मुनीर ने ट्रंप को चेताया

क्या चाहता है अमेरिका?

कैरोलिन ने साफ कर दिया कि अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके साथ समझौते पर हस्ताक्षर करे और यूरेनियम के संवर्धन पर सहमत जताए। अमेरिका नहीं चाहता कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार बनाए। हालांकि अभी तक ईरान ने अमेरिका के इस समझौते पर सहमति नहीं जताई है।

इज़रायल के हमले बंद करने तक ईरान नहीं करेगा बातचीत

ईरान पहले ही साफ कर चुका है कि जब तक इज़रायल के हमले जारी है, वो अमेरिका से किसी भी तरह की बातचीत नहीं करेगा। ऐसे में अगर अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके समझौते से सहमत हो, तो इसके लिए दोनों देशों में बातचीत ज़रूरी है और बातचीत के लिए इज़रायल को अपने हमले रोकने होंगे।

यह भी पढ़ें- ट्रंप-मुनीर की ‘लंच डिप्लोमेसी’ पर मीम्स की बहार