इज़रायल (Israel) और ईरान (Iran) के बीच युद्ध बढ़ता ही जा रहा है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस युद्ध का आज आठवां दिन है और दोनों ही पीछे हटने का नाम नहीं ले रहे हैं। अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी इस मामले में समय-समय पर ईरान को धमका रहे हैं। इज़रायल ने तो इस युद्ध में अमेरिका को भी शामिल होने के लिए कहा है। हालांकि अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया है और अमेरिकावासी भी नहीं चाहते कि उनका देश, किसी और के युद्ध में पड़े। हालांकि मन में यह सवाल आना भी स्वाभाविक है कि इस युद्ध में अमेरिका क्या करेगा? इस विषय पर अब बड़ा अपडेट सामने आ गया है।
व्हाइट हाउस (White House) की प्रेस सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट (Karoline Leavitt) ने गुरुवार को एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति अगले दो हफ्ते में इस बारे में फैसला लेंगे कि अमेरिका ईरान के खिलाफ हमला करेंगा या नहीं।
कैरोलिन ने बताया कि ट्रंप का फैसला इस बात पर आधारित होगा कि आने वाले समय में क्या ईरान के साथ बातचीत संभव है या नहीं? इस संभावना को देखते हुए ट्रंप अपना फैसला लेंगे।
कैरोलिन ने साफ कर दिया कि अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके साथ समझौते पर हस्ताक्षर करे और यूरेनियम के संवर्धन पर सहमत जताए। अमेरिका नहीं चाहता कि ईरान कभी भी परमाणु हथियार बनाए। हालांकि अभी तक ईरान ने अमेरिका के इस समझौते पर सहमति नहीं जताई है।
ईरान पहले ही साफ कर चुका है कि जब तक इज़रायल के हमले जारी है, वो अमेरिका से किसी भी तरह की बातचीत नहीं करेगा। ऐसे में अगर अमेरिका चाहता है कि ईरान उसके समझौते से सहमत हो, तो इसके लिए दोनों देशों में बातचीत ज़रूरी है और बातचीत के लिए इज़रायल को अपने हमले रोकने होंगे।
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Updated on:
20 Jun 2025 02:33 pm
Published on:
20 Jun 2025 01:38 pm