8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Donald Trump की सबसे प्रजेंटेबल कैबिनेट में कई नाम, लेकिन अब तक एक भी एनआरआई का नाम नहीं

Donald Trump: अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोरोस के पूर्व मनी मैनेजर को वित्त मंत्री बनाया है। उनकी सूची में अब तक एक भी एनआरआई का नाम सामने नहीं आया है।

2 min read
Google source verification
Trump White House

Trump White House

Donald Trump: अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन यह दावा करते आए हैं कि उन्होंने अमरीका के इतिहास में सबसे अधिक विविधताओं से भरी कैबिनेट बनाई थी, लेकिन अब अमरीका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगता है कि सबसे अधिक टीवी फ्रेंडली और प्रजेंटेबल कैबिनेट बनाने की ओर अग्रसर हैं। ट्रंप ने डॉक्टर और फॉक्स न्यूज एक्सपर्ट पैनेलिस्ट जैनेट नेशीवात को सर्जन जनरल के पद के लिए नामांकित किया है। फॉक्स न्यूज से ट्रंप की कैबिनेट में यह तीसरी अहम नियुक्ति है। इसके पहले ट्रंप ने रक्षा मंत्री के लिए पीट हेगसेथ की घोषणा की थी, जो फॉक्स न्यूज के होस्ट रह चुके हैं। जबकि फॉक्स न्यूज के अन्य एंकर शॉन डफी को परिवहन मंत्रालय का जिम्मा सौंपा गया है। वहीं ट्रंप ने अन्य अहम नियुक्तियों में जॉर्ज सोरोस के पूर्व मनी मैनेजर स्कॉट बेसेंट को वित्त मंत्री के रूप में चुना है। ट्रंप की यह नियुक्ति एलन मस्क की इस पद के लिए सुझाई गई नियुक्ति से अलग है। वहीं, श्रम विभाग का नेतृत्व करने के लिए रिपब्लिकन पार्टी की सांसद लोरी चावेज-डेरेमर को चुना गया है। गौरतलब है कि ट्रंप की अब तक की नियुक्तियों में एक भी अश्वेत व्यक्ति का नाम सामने नहीं आया है।

अमेरिका में प्रवासी भारतीयों की तादाद

अमेरिका में प्रवासी भारतीयों की संख्या काफी अधिक है। सन 2020 की अमेरिकी जनगणना के अनुसार, अमेरिका में भारतीय अमेरिकी समुदाय लगभग 4.3 मिलियन (43 लाख) लोग हैं। इनमें भारतीय मूल के लोग शामिल हैं जो अमेरिका में स्थायी रूप से रह रहे हैं, चाहे वे नागरिकता प्राप्त कर चुके हों या ग्रीन कार्ड धारक हों। भारतीय अमेरिकी समुदाय अमेरिका में शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान, और तकनीकी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। यह समुदाय अमेरिका के सबसे तेजी से बढ़ते एशियाई अमेरिकी समुदायों में से एक है। हालांकि, यह आंकड़ा समय के साथ बदल सकता है, क्योंकि हर वर्ष हजारों भारतीय अमेरिका में शिक्षा, काम, और परिवार के कारण आते हैं।

ये भी पढ़ें:महिलाओं के अस्पताल में उन्हें ऐसे मॉडल से सीपीआर प्रशिक्षण मिलेगा तो वे कैसे सीखेंगी ?

इस ग्रह का दो अरब साल पुराना है एक उल्कापिंड, यहां कभी बहता था गर्म पानी