
मास्को एयरपोर्ट पर भारतीय सांसदों का प्रतिनिधिमंडल। (फोटो:ANI)
Drone Attack in Moscow: मॉस्को एयरपोर्ट पर शुक्रवार को ड्रोन हमला (Moscow Drone Attack) हो गया। इस कारण भारतीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को मास्को ले जा रहे विमान को कुछ देर तक आकाश में चक्कर लगाना पड़ा, लेकिन बाद में विमान सुरक्षित उतर गया। भारतीय संसदीय डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल (Indian MPs in Russia) शुक्रवार को डोमोडेडोवो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने वाला था, जब यह हमला हुआ। संसद सदस्यों और अन्य यात्रियों को ले जाने वाली उड़ान गुरुवार को लगभग 40 मिनट देरी से उड़ी थी। रूस और यूक्रेन के बीच ड्रोन हमले के बाद रूस की राजधानी में हवाई अड्डों का कुछ समय के लिए बंद (Moscow Airport Shutdown)कर दिया गया। ध्यान रहे कि कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से ऑपरेशन सिन्दूर ( Operation Sindoor) सैन्य अभियान चलाने के बाद भारत दुनिया को पाकिस्तान की हकीकत बता रहा है। इसके लिए भारत की ओर से संसदीय प्रतिनिधिमंडल विदेशों के दौरे पर हैं।
यह यात्रा नई दिल्ली की सक्रिय वैश्विक कूटनीतिक पहुंच के हिस्से के रूप में हो रही है, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के प्रति अपनी अडिग शून्य-सहिष्णुता की नीति पर जोर देना और सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों के साथ पाकिस्तान के कथित संबंधों पर प्रकाश डालना है।
रूसी राजधानी में प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी भारत की आतंकवाद विरोधी एजेंडे के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यात्रा से परिचित सूत्रों ने संकेत दिया कि उनके प्रवास के दौरान चर्चा वैश्विक आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों और क्षेत्रीय सुरक्षा खतरों पर खुफिया जानकारी साझा करने पर केंद्रित रहने की उम्मीद है।
मॉस्को में हुए इस हमले के बाद रूसी अधिकारियों ने उड़ान में देर का कारण नहीं बताया। इस बीच, प्रतिनिधिमंडल के आगमन की पृष्ठभूमि में रूस के भीतर बढ़ते तनाव की खबरें शामिल हैं। मॉस्को से लगभग 400 किलोमीटर दक्षिण में स्थित इलेट्स शहर पर कई यूक्रेनी ड्रोनों ने हमला किया। इलेट्स में हुए नुकसान या हताहतों के बारे में विवरण तुरंत उपलब्ध नहीं हुए। कूटनीतिक जुड़ाव और क्षेत्रीय संघर्ष की दोहरी कहानी उस जटिल भू-राजनीतिक परिदृश्य को उजागर करती है जिसमें भारत अपनी विदेश नीति के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए काम कर रहा है।
रूस की सरकार ने इस हमले की निंदा की है और सुरक्षा एजेंसियों को दोषियों की पहचान करने और उन्हें दंडित करने का निर्देश दिया है।
भारत सरकार ने इस हमले को गंभीरता से लिया है और रूस के साथ मिल कर आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयासों को बढ़ाने का संकल्प जताया है। रूस और भारत के सुरक्षा अधिकारी इस हमले की जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए रणनीतियाँ तैयार कर रहे हैं।
बहरहाल यह घटना दर्शाती है कि वैश्विक कूटनीति और सुरक्षा परिदृश्य में ड्रोन प्रौद्योगिकी का बढ़ता प्रभाव है। ड्रोन हमले अब केवल सैन्य लक्ष्यों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि नागरिक क्षेत्रों को भी प्रभावित कर रहे हैं, जिससे देशों को अपनी सुरक्षा नीतियों में आवश्यक संशोधन करने की आवश्यकता है।
Updated on:
23 May 2025 08:01 pm
Published on:
23 May 2025 07:59 pm
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