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बड़े रेलवे नेटवर्क पर काम कर रहे हैं यूरोपीय और खाड़ी देश

Large Railway Network: यूरोपीय और खाड़ी देश बड़े रेलवे नेटवर्क पर काम कर रहे हैं।

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Large Railway Network

पर्यावरणीय हितों, स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यूरोपीय और खाड़ी देशों का जोर रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने पर है। खाड़ी सहयोग परिषद् के सदस्य देश जैसे बहरीन, कुवैत, ओमान, कतर, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) मिलकर वर्तमान में परिवहन के इस विश्वसनीय, टिकाऊ और कुशल साधन यानी कि रेलवे की वकालत कर रहे हैं। इनका लक्ष्य अपने देशों के भीतर 2,000 किलोमीटर से ज़्यादा लंबा ट्रैक बिछाना है। साथ ही हाइड्रोकार्बन निर्यात पर अपनी निर्भरता को कम करना भी है।


दुबई मेट्रो की सफलता का हुआ असर

2009 में दुबई में रेलवे प्रोजेक्ट की शुरुआत हुई थी। दुबई मेट्रो की सफलता के बाद से ही नेटवर्क को बढ़ाया जा रहा है और जल्द ही ब्लू लाइन परियोजना के साथ विस्तार होगा। दोहा मेट्रो 2019 में शुरू हुई, जबकि रियाद मेट्रो के इस साल लॉन्च होने की संभावना है। मेट्रो की शुरुआत के बाद से दुबई में सार्वजनिक परिवहन यात्राएं 2% से बढकऱ 14% हो गई हैं, जिससे शहर की व्यस्त सडक़ों पर कार यात्राओं में कमी आई है। वहीं एतिहाद रेल सालाना यूएई के सडक़ परिवहन क्षेत्र से 21% कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम कर रही है।


मैग्लेव और हाइपरलूप जैसी तकनीकों पर फोकस

खाड़ी देशों में शुरुआती रेलवे प्रणालियों को इसलिए अपनाया गया, क्योंकि यह सरल तकनीक थी जिसे जल्दी, सस्ते में और अपेक्षाकृत कम संसाधनों के साथ बनाया जा सकता था। लेकिन वर्तमान में सिटी प्लानर्स पारंपरिक रेल के विकल्प के रूप में मैग्लेव और हाइपरलूप जैसी तकनीकों पर फोकस कर रहे हैं। जैसे-जैसे यह क्षेत्र कोप-28 के परिणामों को समझ रहा है, नए परिवर्तन के लिए आगे बढ़ रहा है। खाड़ी देश 2030 तक परिवहन के ऊर्जा-कुशल और जीवाश्म-मुक्त रूपों की हिस्सेदारी को दोगुना और शहरों के बीच दूरी कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

यूरोप में ट्रेनों के लिए शानदार होगा साल

यूरोप में भी यह साल ट्रेनों के लिए शानदार रहने वाला है, जिसमें बड़ी संख्या में नए इंट्रा-यूरोपीय ट्रेन मार्ग और शेड्यूल लॉन्च होंगे। जैसे ब्रसेल्स और एंटवर्प (बेल्जियम), रॉटरडैम और एम्सटर्डैम (नीदरलैंड्स) को बर्लिन से जोडऩे वाली यूरोपीय स्लीपर सेवा को मार्च, 2024 से ड्रेसडेन (जर्मनी) और प्राग (चेक गणराज्य) तक बढ़ा दिया जाएगा। वहीं ब्रसेल्स और बर्लिन, पेरिस और बर्लिन के बीच एक नई नाइटजेट स्लीपर सेवा इसी साल अक्टूबर से चलना शुरू हो जाएगी।

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