
Know About Espanola Group: यूक्रेन के खिलाफ दो वर्ष से युद्ध लड़ रही रूसी सेना के समानांतर निजी सेना को ताकतवर बनाने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अब एस्पनोला ग्रुप की मदद ले रहे हैं। एस्पनोला ग्रुप बेहद खतरनाक माना जाता है। यहां जानते हैं कौन है एस्पनोला ग्रुप और कैसे काम करता है।
एस्पनोला एक वालंटियर ब्रिगेड है, जो रूसी सशस्त्र बलों की बजाय आजादी से काम करता है। यह ग्रुप फुटबॉल के कट्टर समर्थक और नाजी विचारधारा वाले युवाओं की भर्ती करती है, जो इसे खतरनाक बनाता है।
कौन है इसके पीछे
यूक्रेन के खिलाफ जंग में सक्रिय रह चुके ओर्लोव स्तानिस्लाव, जिन्हें स्पैनियार्ड भी कहा जाता है, ने 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद एस्पनोला ग्रुप का गठन किया। इसके लिए उन्होंने 47 साल के पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर एंड्री सोलोमैटिन को भी साथ लिया। 43 वर्षीय ओर्लोव 1999 में रूसी सेना में शामिल हुए।
वेतन दो लाख रुपए प्रतिमाह
ग्रुप के लडक़ों को जंग में अग्रिम मोर्चे पर लडऩे के लिए छह माह तक करीब दो लाख रुपए प्रति माह वेतन दिया जाता है, बीमा भी होता है। हालांकि यूक्रेनी खुफिया विभाग का दावा है कि इन्हें अग्रिम मोर्चे पर लड़ाया जाता है और घायल होने पर इन्हें लापता बताकर रूसी सरकार परिवारों को मुआवजे से बचती है।
संगठन के पास भारी मात्रा में हथियार हैं। इसमें तोपखाने, विमान भेदी हथियार, स्नाइपर टीमें, ड्रोन ऑपरेटर और भी बहुत कुछ है।
एस्पानोला के अलावा और भी हैं छोटे ग्रुप
पिछले वर्ष हादसे में मारे गए प्रिगोझन के वैगनर ग्रुप की तरह कई अन्य छोटे अद्र्धसैनिक बल भी रूसी सेना को मदद करते हैं। इनमें गजप्रोम, रेडट, द पैट्रियट, ऑर्थोडॉक्स ब्रदरहुड और ईएनओटी प्रमुख हैं।
Published on:
22 Feb 2024 08:10 am
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