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अमेरिका में OPT पर भी लगेगा बैन! जानें क्या है ये, भारतीय छात्रों पर पड़ेगा असर

F1 Visa Jobs: अमेरिका में प्रस्तावित एक बिल, "फेयरनेस फॉर हाई-स्किल्ड अमेरिकन्स एक्ट 2025", के तहत OPT प्रोग्राम को समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है।

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भारत

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Devika Chatraj

Aug 26, 2025

Donald Trump

ट्रंप ने की नोबेल पुरस्कार की मांग (ANI)

OPT Program in USA: अमेरिका में अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर, ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग (OPT) प्रोग्राम बंद होने की कगार पर है। हाल ही में प्रस्तावित एक बिल, "फेयरनेस फॉर हाई-स्किल्ड अमेरिकन्स एक्ट 2025", के तहत OPT प्रोग्राम को समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है, जिसका असर विशेष रूप से भारतीय छात्रों पर पड़ सकता है। यह प्रोग्राम F-1 वीजा धारकों को पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में 12 महीने तक काम करने की अनुमति देता है, और STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, और मैथमेटिक्स) क्षेत्र के छात्रों को अतिरिक्त 24 महीने का विस्तार मिलता है।

OPT प्रोग्राम का महत्व

OPT प्रोग्राम अंतरराष्ट्रीय छात्रों, खासकर भारतीयों, के लिए करियर की शुरुआत करने और अमेरिकी नौकरी बाजार में अनुभव हासिल करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। 2024 में लगभग 200,000 छात्रों ने OPT का लाभ उठाया, जिसमें भारतीय छात्रों की संख्या सबसे अधिक थी। ओपन डोर्स 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 में अमेरिका में 331,602 भारतीय छात्र थे, जिनमें से 97,556 ने OPT में भाग लिया। यह प्रोग्राम न केवल छात्रों को आर्थिक रूप से स्थिरता देता है, बल्कि H-1B वीजा के लिए एक ब्रिज के रूप में भी काम करता है।

क्या है चुनौतियां?

  • OPT की समाप्ति: मार्च 2025 में रिप्रेजेंटेटिव पॉल गोसार द्वारा पेश किए गए बिल में OPT को पूरी तरह खत्म करने का प्रस्ताव है। इसके लागू होने पर छात्रों को पढ़ाई पूरी होने के तुरंत बाद अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है, जब तक कि वे H-1B वीजा प्राप्त न कर लें, जो एक जटिल और लॉटरी-आधारित प्रक्रिया है।
  • नए टैक्स नियम: OPT के तहत वर्तमान में छात्रों को FICA टैक्स (सोशल सिक्योरिटी और मेडिकेयर) से छूट मिलती है। प्रस्तावित नियम इस छूट को खत्म कर सकते हैं, जिससे छात्रों और नियोक्ताओं को 7.65% अतिरिक्त टैक्स देना होगा। उदाहरण के लिए, $70,000 की कमाई पर यह $5,355 का अतिरिक्त बोझ होगा।
  • सख्त निगरानी: ICE और USCIS ने OPT छात्रों के लिए रोजगार रिपोर्टिंग नियमों को और सख्त कर दिया है। 90 दिनों के भीतर रोजगार की जानकारी न देने पर वीजा रद्द होने का खतरा है। फर्जी नौकरियों या पेरोल रिकॉर्ड की जांच भी तेज हो गई है।

भारतीय छात्रों पर असर

  • करियर पर खतरा: लगभग 300,000 भारतीय छात्र, विशेष रूप से STEM क्षेत्र में, OPT पर निर्भर हैं। इसके खत्म होने से वे अमेरिका में कार्य अनुभव हासिल करने से वंचित रह जाएंगे, जिससे उनकी वैश्विक रोजगार क्षमता प्रभावित होगी।
  • आर्थिक बोझ: भारतीय परिवार शिक्षा पर 50-70 लाख रुपये खर्च करते हैं, जिसका रिटर्न OPT के जरिए नौकरी से मिलता है। प्रोग्राम खत्म होने पर यह निवेश जोखिम में पड़ सकता है।
  • नामांकन में कमी: 2024-25 में भारतीय छात्रों के नामांकन में 28% की गिरावट दर्ज की गई है, जो OPT की अनिश्चितता और बढ़ती ट्यूशन फीस के कारण है। छात्र अब कनाडा, जर्मनी और फ्रांस जैसे देशों का रुख कर रहे हैं, जहां पोस्ट-स्टडी वर्क परमिट अधिक स्थिर हैं।
  • H-1B की चुनौती: OPT के बिना, H-1B वीजा प्राप्त करना और मुश्किल हो जाएगा, क्योंकि यह प्रोग्राम नियोक्ताओं को छात्रों की प्रतिभा का मूल्यांकन करने का समय देता है। H-1B की सीमित संख्या और लॉटरी सिस्टम पहले से ही इसे कठिन बनाता है।

अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

इससे अंतरराष्ट्रीय छात्र 2024 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था में $40 बिलियन का योगदान दे रहे थे। OPT के खत्म होने से नामांकन में और कमी आ सकती है, जिससे विश्वविद्यालयों की आय प्रभावित होगी। कनाडा, यूके और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश, जो स्थिर पोस्ट-स्टडी वर्क विकल्प प्रदान करते हैं, भारतीय छात्रों को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे अमेरिका की तकनीकी और अनुसंधान क्षमता को नुकसान होगा। तकनीकी और स्वास्थ्य क्षेत्र में पहले से ही कौशल की कमी है। OPT के बिना, कंपनियों को नए स्नातकों की भर्ती में कठिनाई होगी।