
इजरायल और फिलिस्तीन युद्ध (Israel-Palestine War) की गाज़ पूरी दुनिया पर पड़ रही है। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस युद्ध से हर कोई दो-चार हो रहा है। अब दिगग्ज सर्च इंजन कंपनी गूगल (Google) ने ही अपने कर्मचारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। गूगल का कहना है कि ये कर्मचारी इजरायली टेक इवेंट में हिस्सा लेने गया था लेकिन वहां जाकर वो फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करने लगा और गूगल पर ही इस युद्ध को प्रमोट करने के आरोप मढ़ दिए। इसी अनुशासनहीनता के चलते गूगल ने ये कदम उठाया है।
गूगल-इजरायल के अनुबंध का विरोध
इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मंच पर गूगल इजरायल (Google Israel) के प्रमुख बराक रेगेव का भाषण चल रहा है लेकिन इस भाषण के बीच में ये शख्स खड़ा होता है जो गूगल का ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। इसने आरोप लगाया कि वो ऐसी तकनीक का विरोध करता है जो गाज़ा में हो रहे फिलिस्तीनियों के नरसंहार को प्रमोट करती है। इस शख्स ने गूगल कंपनी का इजरायल की सरकार के साथ होने जा रहे कंप्यूटिंग अनुबंध का विरोध किया। इस शख्स का चिल्लाना बढ़ता देख इवेंट के ऑर्गनाइज़र के कहने पर वहां के सुरक्षा कर्मियों ने उसे कार्यक्रम से बाहर निकाल दिया। थोड़ी देर बाद खबर आई कि गूगल ने उसे कंपनी से निकाल दिया है।
गूगल पर ही लगाया नरसंहार को प्रमोट करने का आरोप
बता दें कि अमेरिका के न्यूयॉर्क (New York) में इस इवेंट का आयोजन किया था। ये कार्यक्रम गूगल प्रायोजित इजरायली इवेंट था। जिसमें गूगल और इजरायल के कई अधिकारी मौजूद रहे थे। Google के एक प्रवक्ता ने एक अमेरिकी न्यूज वेबसाइट को जानकारी देते हुए कहा कि कंपनी के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने कंपनी प्रायोजित कार्यक्रम में अनुशासनहीनता दिखाई है वो भी तब जब गूगल-इजरायल के प्रमुख का भाषण चल रहा था जो कंपनी और इजरायल की सरकार के होने वाले कंप्यूटिंग अनुबंध के बारे में था। ये अनुशासनहीनता है और कंपनी के कार्यों को बाधित करना है। उन्होंने बताया कि इस अनुबंध का नाम प्रोजेक्ट निंबस है जो 1.2 बिलियन क्लाउड कंप्यूटिंग अनुबंध है।
Published on:
09 Mar 2024 11:55 am
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