
खैबर पख्तूनख्वा में बाढ़
Heavy Rain: इन दिनों भारत समेत एशियाई देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी मानसून झमाझम बरस रहा है। लेकिन इन देशों के कई इलाकों में इतनी भारी बारिश हुई है वहां पर कोहराम मचा हुआ है। फिर चाहे वो भारत (India) हो या फिर पाकिस्तान और या फिर अफगानिस्तान। इसमें सबसे ज्यादा बुरे हालात पाकिस्तान (Pakistan) के हैं। पाकिस्तान में लगातार मूसलाधार बारिश के चलते भीषण बाढ़ से लोग जूझ रहे हैं। पाकिस्तान के हालातों का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि वहां पर बारिश और बाढ़ (Flood) के चलते 200 से ज्यादा लोग मौत हो गई हैं। इसमें सबसे ज्यादा महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। 2000 से ज्यादा घर तबाह हो गए हैं और 5000 से ज्यादा लोग बारिश बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ABC ने एसोसिएट प्रेस की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पाकिस्तान के प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मानसूनी बारिश (Heavy Rain in Pakistan) के चलते पाकिस्तान में आई बाढ़ से दक्षिणी पाकिस्तान की सड़कें बह गईं और उत्तर में एक हाईवे रुक गया। वहीं 1 जुलाई से बारिश के चलते 209 हो गई है। प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी इरफान अली के मुताबिक पाकिस्तान के पंजाब में पिछले 24 घंटों में बारिश से 14 लोगों की मौत हो गई है। वहीं खैबर पख्तूनख्वा और सिंध प्रांतों में सबसे ज्यादा मौत दर्ज हुई हैं।
पाकिस्तान की द नेशन ने प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) का हवाला देते हुए बताया कि बारिश ने (Heavy Rain) 5,448 लोगों को प्रभावित किया है। 1 जुलाई से मानसून की बारिश शुरू होने के बाद से पूरे पाकिस्तान में 2,200 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें से 500 घर तो पूरी तरह ढह गए हैं वहीं 1600 से ज्यादा घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा 102 एकड़ फसलें और 35 किलोमीटर सड़कें भी बाढ़ से प्रभावित हुई हैं। PDMA की रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि भारी बारिश के चलते 7 पुल भी बह गए हैं और 131 पशुओं की भी मौत हुई है।
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) ने पाकिस्तान में अगले 3 दिनों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी कर दिया है। मुख्य मौसम विज्ञानी सरदार सरफराज ने दो दिन पहले 26-30 अगस्त तक सीजन के मजबूत मानसून की संभावना जताई थी।
बता दें कि भारत की ही तरह पाकिस्तान में भी वार्षिक मानसून सीज़न जुलाई से सितंबर तक चलता है। वैज्ञानिकों और मौसम जानकारों ने हाल के सालों में भारी बारिश के लिए जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार ठहराया है। इससे पहले 2022 में भारी बारिश ने पाकिस्तान के एक तिहाई हिस्से को डुबा दिया था। जिससे 1,739 लोगों की मौत हो गई और 30 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि पड़ोसी अफ़ग़ानिस्तान में भी मई के बाद से बारिश और बाढ़ से क्षति हुई है, जिसमें 80 से अधिक लोग मारे गए हैं। प्रांतीय पुलिस के अनुसार, रविवार को गजनी में बाढ़ में उनका वाहन बह जाने से तीन लोगों की मौत हो गई।
Updated on:
29 Oct 2024 12:16 pm
Published on:
27 Aug 2024 11:31 am
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