
Houthi missile attack on Israel
Houthi missile attack on Israel: हूती की यमन से प्रक्षेपित एक मिसाइल ने रविवार को तेल अवीव के पास (Tel Aviv missile attack) अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के मुख्य टर्मिनल के पास मध्य इज़राइल पर हमला (Houthi strike on Israel) किया। इलाके में आपातकालीन सेवाएं सक्रिय कर दी गईं। कम से कम 2 लोगों के घायल होने की खबर है और उड़ानें अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गईं। हमले के परिणाम स्वरूप उड़ानों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया। कोई हताहत नहीं हुआ। इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद आपात सुरक्षा बैठक बुलाई है
इज़राइल की सेना ने कहा कि मिसाइल रोकने के लिए कई प्रयास किए गए और बेन-गुरियन हवाई अड्डे के क्षेत्र में एक प्रभाव की पहचान की गई। सेना ने कहा कि इस घटना की समीक्षा की जा रही है। इज़राइल की आपातकालीन एम्बुलेंस सेवा ने कहा कि वह विस्फोट में घायल हुए दो लोगों और आश्रय की तलाश में भागते समय घायल हुए तीसरे व्यक्ति का इलाज कर रही है।
मिसाइल हमले से कुछ समय पहले एक बयान में, इज़राइल एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि रविवार को 422 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें आने या जाने वाली थीं। हमले के बाद, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार उड़ानों को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन उम्मीद है कि एयरपोर्ट जल्द ही फिर से काम करना शुरू कर देगा।
ईरान समर्थित हौथी मिलिशिया, जो ग़ाज़ा में हमास के साथ एकजुटता में इज़राइल पर मिसाइलें दाग रहा है, उसने मार्च के मध्य में इज़राइल की ओर से वहां युद्ध विराम समाप्त करने के बाद अपने प्रक्षेपण फिर से शुरू कर दिए हैं। इज़राइल की सेना ने अधिकतर मिसाइलें रोक दी हैं, हालांकि मिसाइल के टुकड़े अक्सर इज़राइल में गिरते रहे हैं।
इज़राइल-हूती विवाद मुख्य रूप से यमन में स्थित हूती विद्रोही समूह और इज़राइल के बीच की बढ़ती तनावपूर्ण स्थिति है, जो मध्यपूर्व के जटिल राजनीतिक और सैन्य हालात का हिस्सा है। इस विवाद की जड़ में गहरे क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय कारक हैं।
हूती समूह मुख्य रूप से ईरान समर्थित है,जो यमन में एक विद्रोही समूह के रूप में उभरा है। इस समूह का शिया मुसलमान नेतृत्व करते हैं, जो सऊदी अरब के समर्थन से चल रहे यमनी सरकार के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।
इज़राइल और हमास (जो ग़ाज़ा में शासन करता है), उसके बीच लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। जब इज़राइल ने ग़ाज़ा के साथ युद्ध विराम तोड़ा और सैन्य हमले तेज़ किए, तो हूती विद्रोहियों ने इज़राइल के खिलाफ मिसाइल हमले शुरू कर दिए, इसे गाजा में हमास के साथ एकजुटता दिखाने के रूप में देखा गया।
हूती विद्रोहियों ने ग़ाज़ा में इज़राइल की सैन्य कार्रवाई के विरोध में, और अपनी रणनीतिक स्थिति मजबूत करने के लिए मिसाइलों का प्रक्षेपण शुरू कर दिया। हालांकि इज़राइल की आयरन डोम डिफेंस सिस्टम अधिकतर मिसाइलें नष्ट कर देती है, फिर भी हमलों के कुछ टुकड़े इज़राइल के विभिन्न हिस्सों में गिरते रहे हैं, जिससे नागरिकों को नुकसान पहुंचा है।
हूती विद्रोहियों को ईरान से समर्थन मिलता है, जो इज़राइल का शत्रु है। इससे यह विवाद एक और सामरिक और राजनीतिक मोर्चे पर इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव का हिस्सा बन जाता है।
बहरहाल इज़राइल-हूती विवाद एक मध्यपूर्व संकट का हिस्सा है, जो इज़राइल, ईरान, और यमन के बीच के जटिल राजनीतिक और सैन्य समीकरणों को प्रभावित करता है। हूती विद्रोही इज़राइल के खिलाफ अपनी लड़ाई ग़ाज़ा और इराक जैसे देशों के समर्थन से बढ़ावा दे रहे हैं।
Published on:
04 May 2025 03:46 pm
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