
Bangladesh In Chaos
Chinmoy Krishnadas: पाकिस्तान के साथ ही बांग्लादेश (Bangladesh ) में भी अराजकता की स्थिति बनी हुई है। हालात लगातार बदतर होते जा रहे (protests) हैं। चटगांव कोर्ट ने देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए गए हिंदू धर्मगुरु और इस्कॉन के सचिव चिन्मय कृष्णदास प्रभु (Chinmoy Krishnadas) की जमानत याचिका खारिज कर दी गई (bail rejection)। इसके बाद बेकाबू उपद्रवियों ने अदालत परिसर में ही चिन्मय दास के वकील एडवोकेट सैफुल इस्लाम की हत्या (lawyer murder) कर दी। बताया जाता है कि उपद्रवी उन्हें कोर्ट परिसर के ग्राउंड फ्लोर पर ले गए और इतना मारा कि उनकी मौत हो गई। चटगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डायरेक्टर ब्रिगेडियर जनरल मोहम्मद तस्लीमउद्दीन ने कहा कि सैफुल इस्लाम के सिर पर चोट के निशान थे।
इससे पहले चिन्मय कृष्णदास प्रभु की जमानत याचिका खारिज होने के बाद मंगलवार को उन्हें जेल भेज दिया गया। कोर्ट के बाहर जेल वैन से चिन्मय कृष्णदास प्रभु ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम 'एकजुट बांग्लादेश' चाहते हैं। दास ने शांति बनाए रखने और अपने लोगों को लड़ाई जारी रखने की अपील की। उन्होंने बंगाली में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि हम संतानों का कर्तव्य है कि देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। शांति हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रखें। उनके बयान के बाद, सैकड़ों समर्थकों ने 'न्याय दो' और 'चिन्मय दास को रिहा करो' जैसे नारे लगाते हुए सुनाई दिए। इस दौरान पुलिस ने लोगों पर जमकर लाठियां बरसाईं। इसमें 26 लोग घायल हो गए। कई की हालत गंभीर है।
गौरतलब है कि चिन्मय कृष्णदास प्रभु ने 22 नवंबर को बांग्लादेश के रंगपुर में हिंदुओं के समर्थन में रैली की थी। माना जा रहा है कि इसी वजह से उन्हें 25 नवंबर को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वहीं, बांग्लादेश हिंदू बौद्ध ईसाई एकता परिषद के कार्यवाहक महासचिव मनिंद्र कुमार नाथ ने कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हत्या, छेड़छाड़ और अपहरण सहित हमलों की 2,010 घटनाएं दर्ज की गईं। इससे 1,705 परिवार प्रभावित हुए।
भारत ने चिन्मय कृष्णदास प्रभु की गिरफ्तारी को लेकर चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बयान जारी कर बांग्लादेश मेंअल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि अल्पसंख्यकों पर हमले करने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, जबकि शांतिपूर्ण सभाओं के माध्यम से वैध मांगें पेश करने वाले धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं।
चिन्मय कृष्णदास प्रभु की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा ने पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर के अंदर और बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने चिन्मय प्रभु की रिहाई और केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। भाजपा विधानसभा परिसर में जुलूस निकाला।
Updated on:
09 Oct 2025 01:07 pm
Published on:
27 Nov 2024 10:16 am
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