
India-Maldives conflict
भारत (India) और मालदीव (Maldives) के बीच चल रहे विवाद ने अब काफी तूल पकड़ लिया है। भारत के पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के लक्षद्वीप (Lakshadweep) दौरे और लक्षद्वीप का प्रचार करने पर मालदीव के तीन मंत्रियों ने पीएम मोदी और भारतीयों के बारे में विवादित टिप्पणी दी थी। इसके बाद तो भारतीयों ने मालदीव की खिलाफत शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर सेलेब्स समेत कई लोगों ने देशवासियों से मालदीव की बजाय लक्षद्वीप समेत भारत के दूसरे पर्यटन स्थलों पर जाने की अपील की। उसके बाद से ही बड़ी संख्या में भारतीयों ने मालदीव का बहिष्कार करना शुरू कर दिया। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohamed Muizzu) इस वजह से चीन से नज़दीकी बढ़ाने में लगे हुए हैं, पर उनके ही देश में उनका विरोध भी बढ़ रहा है। इसी बीच भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) ने मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर (Moosa Zameer) से मिले।
दोनों देशों के संबंधों पर की बातचीत
भारत और मालदीव के बीच संबंधों में खटास आ गई है। ऐसे में जयशंकर और ज़मीर ने दोनों देशों के संबंधों पर खुलकर बातचीत की। दोनों की यह मुलाकात युगांडा देश की राजधानी कम्पाला में NAM सम्मेलन के दौरान हुई।
क्या दोनों देशों में हो गई सुलह?
भारत और मालदीव के विदेश मंत्रियों ने दोनों देशों के संबंधों पर भी बातचीत की और साथ ही इनमें सुधार पर भी। ऐसे में क्या समझ लेना चाहिए कि दोनों देशों के बीच सुलह हो गई है? इस बारे में कहना अभी जल्दबाजी होगी।
क्या मालदीव के आइलैंड से अपनी सेना हटाएगा भारत?
भारत और मालदीव के विदेश मंत्रियों ने मालदीव के आइलैंड से भारतीय सेना के हटने पर भी चर्चा की। इस बारे में दोनों के बीच क्या बात हुई और क्या नतीजा निकला, इस बारे में जल्द ही जानकारी सामने आने की संभावना जताई जा रही है।
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Published on:
19 Jan 2024 03:18 pm
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